केपी मौर्या का टिकैत को जवाब: शाहीनबाग की तरह टांय-टांय फिस्स होगा यह कथित किसान आंदोलन
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केपी मौर्या का टिकैत को जवाब: शाहीनबाग की तरह टांय-टांय फिस्स होगा यह कथित किसान आंदोलन

 किसान महापंचायत को लेकर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहना है कि आंदोलन में किसान नहीं बल्कि सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग हैं, जैसे शाहीनबाग में आंदोलन टांय-टांय फिस्स हुआ था, वैसा ही हाल इस किसान आंदोलन का भी होगा. 

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य. (Photo: Twitter)

कानपुर: तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को मुजफ्फरनगर में महापंचायत की, जिसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिमी यूपी और बिहार के किसानों ने शिरकत की. इस दौरान किसान नेताओं ने केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. किसान महापंचायत को लेकर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहना है कि आंदोलन में किसान नहीं बल्कि सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग हैं, जैसे शाहीनबाग में आंदोलन टांय-टांय फिस्स हुआ था, वैसा ही हाल इस किसान आंदोलन का भी होगा. 

इस कथित किसान आंदोलन का हश्र भी शाहीन बाग जैसा होगा 
कानपुर में भाजपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए केपी मौर्या ने कहा, अभी चुनाव होने हैं, पता लग जाएगा कि जनता किसके साथ है. उपमुख्यमंत्री मौर्या ने कहा, ''ये लोग खुद को किसान बताने की कोशिश कर रहे हैं. मैं सपा, बसपा, कांग्रेस से कहूंगा कि चुनाव आने वाले हैं, जनता की अदालत में आएं. भारतीय जनता पार्टी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी. पता चल जाएगा जनता किसके साथ है. विरोधियों को जैसे शाहीनबाग का नाटक करने से कोई कामयाबी नहीं मिली, वैसे ही किसान आंदोलन का नाटक करके से भी नहीं मिलेगी.''

बसपा, सपा, कांग्रेस को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का मतलब नहीं पता
मायावती और सतीश चंद्र मिश्रा ने भाजपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को बसपा की नकल बताने वाले बयान पर केशव प्रसाद मौर्या ने कहा, ''प्रबुद्ध सम्मेलन क्या होता है उन्हें नहीं पता. सपा, बसपा, कांग्रेस प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का मतलब भी नहीं समझते. भाजपा का इतिहास देखेंगे तो पता चलेगा कि असली प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन सिर्फ यही पार्टी करती है. यह जाति विशेष का सम्मेलन नहीं होता. शिक्षक, व्यापारी या कोई भी जो समाज में रहकरं काम करते हैं वे प्रबुद्ध हैं. हम 18 महानगरों में और हर विधानसभा में यह सम्मेलन कर रहे हैं.''

यूपी में फिर 300 से अधिक सीटों पर खिलेगा कमल: केपी मौर्या
केपी मौर्या ने कहा, ''हम नहीं कहते कि हमने सब काम खत्म कर दिया है. लेकिन सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार खत्म किया है. भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ने में बाधाएं आती थीं. हमने इसे दूर किया है. अब 2022 के चुनाव आ रहे हैं. विपक्षी एक होने लगे हैं. लेकिन तब भी हम उन्हें पछाड़ देंगे. विपक्षी पार्टियों के कुछ नेता तालिबानीकरण का समर्थन करते हैं. भारत मे रहकर तालिबान की भाषा बर्दाश्त नहीं की जा सकती. जनता के आशीर्वाद एवं अपार जनसमर्थन से 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी फिर से 300 से अधिक सीटों पर कमल खिलाएगी.''

राज्य में ऐसी 18 महापंचायतों का आयोजन करेंगे: राकेश टिकैत
दूसरी ओर मुजफ्फरनगर में रविवार को तीन कृषि कानूनों के विरोध में हुई किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा यूपी में ऐसी 18 महापंचायतों का आयोजन करेगा. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता ने कहा, ''अभी तक गन्ने का मूल्य एक रुपया भी नहीं बढ़ाया गया. क्या योगी सरकार कमजोर है, जो एक रुपया नहीं बढ़ा सकती. उत्तर प्रदेश की जमीन पर दंगा करवाने वालों को नहीं रहने देंगे. हम किसी भी कीमत पर आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा था 2022 तक फसल के दाम दोगुने करेंगे, अब 3 महीने बचे हैं, हम पूरे देश में इसका प्रचार करेंगे.'' 

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