हरिद्वार: हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण शहरी क्षेत्र में एक अनोखी पहल करने जा रहा है. धर्मनगरी में दो किलोमीटर तक का मार्ग ऑक्सीजन लेन के तौर पर डेवलप किया जाएगा. प्राधिकरण का प्रयास यह है कि हरिद्वार में ऑक्सीजन लेवल को लगातार बनाए रखा जाए. एचआरडीए के सचिव ललित नारायण मिश्रा ने बताया कि इसी जून के आखिर में जब बरसात का मौसम शुरू होगा. इस समय पौधों को लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कानपुर से पकड़ा गया 16 फर्जी TTE का गिरोह, ID Card की डोरी थी लेकिन कार्ड नहीं


शुरू की गई कवायद
हाल ही में एचआरडीए सचिव का पद संभालने वाले ललित नारायण मिश्रा प्रदेश के उन अधिकारियों में गिने जाते हैं, जो कुछ नया करने में यकीन रखते हैं. बीते दिनों जब राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हरिद्वार दौरे पर आए, तो उन्होंने ऑक्सीजन पथ के प्लान को लेकर सीएम से बात की. चूंकि यह प्लान कुछ अल्फा तरह का था, लिहाज़ा सीएम ने भी इसका महत्व समझते हुए ऑक्सीजन पथ को मंजूरी दे दी. हरिद्वार के जटवाड़ा पुल से लेकर सिंह द्वार तक दो किलोमीटर का ऑक्सीजन लेन बनाया जाएगा. इसमें स्थानीय लोगों को भी जोड़ा जाएगा. एचआरडीए सचिव ने बताया प्लानिंग पूरी कर ली गई है. इसे जल्द ही धरातल पर उतारा जाएगा.


फांसी के तख्त पर आखिरी सांस तक बिस्मिल ने गाया था 'सरफरोशी की तमन्ना,' जानें कैसे आईं ये अमर लाइनें


ऑक्सीजन वाली लेन
दो किलोमीटर के इस ऑक्सीजन लेन में पीपल, बरगद, नीम के साथ अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पौधे लगाए जाएंगे. इसमें अहम यह है कि एचआरडीए इस पथ में उन लोगों को भी जोड़ेगा जो वॉक करने के लिए  इस लेन का इस्तेमाल करेंगे. सचिव एचआरडीए ने बताया इसी माह के आखिर में जैसे ही बरसात का सिलसिला शुरू होगा, पौधों को लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. हर पौधे के लिए एक-एक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय की जाएगी. बता दें कि यह राज्य का पहला ऐसा पथ होगा जिसे ऑक्सीजन लेन के नाम से जाना जाएगा. प्राधिकरण इस लेन को लेकर स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहा है. लोगों से यह भी जानने का प्रयास किया जा रहा है कि कैसे इसे और बेहतर बनाया जा सकता है.


WATCH LIVE TV