कानपुर से पकड़ा गया 16 फर्जी TTE का गिरोह, ID Card की डोरी थी लेकिन कार्ड नहीं
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कानपुर से पकड़ा गया 16 फर्जी TTE का गिरोह, ID Card की डोरी थी लेकिन कार्ड नहीं

बीते गुरुवार आरपीएफ के कुछ जवान और टिकट चेकिंग स्टाफ घंटाघर की तरफ बनी एस्केलेटर के पास चेकिंग कर रहे थे. तभी उन्होंने देखा कि एक शख्स सफेद शर्ट पहन कर लोगों की टिकट चेकिंग कर रहा है. फिर...

कानपुर से पकड़ा गया 16 फर्जी TTE का गिरोह, ID Card की डोरी थी लेकिन कार्ड नहीं

कानपुर: यूपी के कानपुर में में आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त चेकिंग के दौरान 16 फर्जी TTE का एक गिरोह पकड़ा गया है. ये लोग काला कोट पहन कर जबरन लोगों की चेकिंग करते थे और फिर उनसे पैसे लूटते थे. इन आरोपियों के पास से रेलवे के फर्जी पहचान पत्र और कागजात भी बरामद किए गए हैं. रेलवे ने जानकारी दी है कि कानपुर के ही एक शख्स ने यह फर्जीवाड़ा शुरू किया था.

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बिना आईडी कार्ड के कर रहा था चेकिंग
बताया जा रहा है कि बीते गुरुवार आरपीएफ के कुछ जवान और टिकट चेकिंग स्टाफ घंटाघर की तरफ बनी एस्केलेटर के पास चेकिंग कर रहे थे. तभी उन्होंने देखा कि एक शख्स सफेद शर्ट पहन कर लोगों की टिकट चेकिंग कर रहा है. उसके गले में आईडी कार्ड की डोरी भी थी, लेकिन कार्ड गायब था. शख्स का नाम दिनेश है. जवानों को शक हुआ तो उससे पूछताछ शुरू की, जिसमें उसने खुद को रेलवे कर्मचारी बताया. 

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नहीं मिला उसका कोई भी आधिकारिक रिकॉर्ड
जवानों को बात कुछ सही नहीं लगी. इसके बाद उसने अपने मोबाइल पर एक आईडी की फोटो दिखाई. उस फोटो में सीनियर सेक्शन इंजीनियर ऑफिस की मुहर लगी थी. लेकिन चेकिंग स्टाफ का कहना था कि उन्होंने दिनेश को पहले कभी नहीं देखा था. इसके बाद टीटीई ऑफिस के रिकॉर्ड चेक किए गए. दिनेश का नाम किसी भी रिकॉर्डिंग में नहीं था. न ही इस नाम का कोई व्यक्ति वहां ट्रेनिंग कर रहा था.

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यूं करता था फर्जीवाड़ा
इसके बाद जीआरपी और आरपीएफ के जवान सख्त हो गए और फिर से पूछताछ शुरू की. साथ ही चेकिंग भी तेज की गई और 15 और आरोपियों को पकड़ा गया. सभी आरोपी खुद को अंडर ट्रेनिंग टीटीई बता रहे थे. सभी के पास से फर्जी आईडी बरामद की गई और नकली नियुक्ति पत्र भी मिले. सामने आया कि कुछ लोग बाकायदा इनकी अटेंडेंस लेते थे. जांच में यह भी पता चला कि कानपुर के पनकी में रहने वाला रुद्र प्रताप ठाकुर दिनेश सिंह कभी लोगों को सेंट्रल स्टेशन के गेट नंबर-1 या कभी पनकी स्टेशन पर बुलाता था और फिर रेलवे में टीटीई या पोर्टर की नौकरी का झांसा देता था. इसके बाद उनसे फर्जीवाड़ा करता था. फिलहाल वह फरार है. जल्द ही पुलिस उसे पकड़ लेगी.

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