Pankaj Udhas Death News: नाम फिल्म की गजल चिट्ठी आई है से हर घर में लोकप्रिय हुए पंकज उधास की लवस्टोरी भी बेहद दिलचस्प है. उधास को अपनी पड़ोसन फ़रीदा से प्यार हो गया था. उनका यह दीवानापन और पागलपन ही था, क्योंकि वो किसी भी कीमत पर उनसे शादी करना चाहते थे.फरीदा फ्लाइट की क्रू मेंबर थीं और तब पंकज पढ़ाई कर रहे थे. तब उनके पास दौलत और शोहरत कुछ नहीं था. 


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लेकिन दोनों की मोहब्बत परवान चढ़ी. धर्म की बंदिशों और दीवारों को तोड़कर दोनों परिवार की सहमति से शादी करना चाहते थे. उधास के परिवार तो सहमत हो गया, लेकिन फ़रीदा के के परिवार वाले अड़ गए. लेकिन जब दोनों ने ठान लिया तो 1982 में वो दोनों एक दूजे के हो गए.


पंकज उधास का बॉलीवुड करियर भी काफी उतार चढ़ाव वाला रहा. उन्हें पहला गाना 1972 की कामना फिल्म से मिला. लेकिन काफी समय तक वो अपनी छाप नहीं छोड़ पाए. लेकिन 1980 में उनका अपना एल्बम आहट रिलीज हुआ और उनकी दुनिया बदल गई. पंकज उधास ने अपनी गायकी से फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. उनकी गजल गायकी में वो सुरूर था और गहराई थी, लेकिन  शराबियों का सिंगर टैग मिल गया है. शराब पर कुछ ही गाने गाए हैं लेकिन फिर भी एक तबका उन्हें यही समझता है.   


गुजरात के एक जमींदार परिवार में पंकज उधास का 17 मई 1951 को जन्म हुआ था, लेकिन जमींदारी में उनका मन नहीं लगा. पंकज उधास को गायकी का शौक युवाकाल से ही था. पंकज उधास ने राजकोट की संगीत नाट्य अकादमी से तबला बजाने की ट्रेनिंग ली थी. बड़े भाई मनहर उधास भी संगीत की दुनिया के बेताज बादशाह में से एक थे. 1962 में भारत-चीन जंग के दौरान पहली बार पंकज उधास को बड़े स्टेज पर गायकी का हुनर दिखाने का अवसर मिला. शहीद जवानों की श्रद्धांजलि में लता मंगेशकर का हरदिल अजीज गाना ऐ मेरे वतन के लोगों उन्होंने गाकर सबकी आंखों में आंसू ला दिए.तब के जमाने में एक शख्स ने उन्हें 51रुपये का पुरस्कार दिया था.


पंकज उधास को किस बीमारी ने दुनिया से छीन लिया, जमींदार परिवार में जन्म लिया था, बन गए सिंगर


 निकलो न बेनकाब, जमाना खराब है... पंकज उधास की वो टॉप 10 गजलें जो दिल छू लेंगी