Happy Teachers Day 2024: गुरुकुल की परंपरा भारत में प्राचीन काल से ही चली आ रही है.  हमारे देश में गुरु को बड़ा दर्जा दिया गया है. किसी व्यक्ति को सफल बनाने और सही दिशा दिखाने में शिक्षक का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है. गुरु को माता-पिता से भी ऊपर रखा गया है. हर साल शिक्षक दिवस देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. इस दिन को भारत के राष्ट्रपति रहे सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर मनाया जाता है. इस दिन छात्र अपने शिक्षकों को सम्मान देकर उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं. जानते हैं कि शिक्षक दिवस की शुरुआत कैसे हुई. 


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क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस ?
भारत रत्न सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला था. छात्र और शिक्षकों ने उनके जन्मदिवस यानी 5 सितंबर को एक विशेष दिन के रूप में मनाने की अनुमति मांगी. उन्होंने कहा कि मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो उनको गर्व होगा. तभी से ये दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.


टीचर्स डे 2024 की थीम-‘सतत भविष्य के लिए शिक्षकों को सशक्त बनाना’.


महान शिक्षक जिन्होंने दुनिया में लहराया अपना परचम 
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
जगदीश चन्द्र बसु
चन्द्रशेखर वेंकटरमन
प्रफुल चंद्र राय
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
सत्येन्द्रनाथ बोस
श्रीनिवास रामानुजन्


इन देशों में भी मनाया जाता है शिक्षक दिवस
हर देश में इस दिवस को मनाने की तारीख अलग-अलग है. भारत के अलावा अलग-अलग देशों में भी शिक्षक दिवस मनाया जाता है. चीन से लेकर, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, इंडोनेशिया, ईरान, मलयेशिया, ब्राजील और पाकिस्तान तक शामिल हैं.


शिक्षक दिवस का महत्व
हमारे देश में 5 सितंबर को प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। शिक्षक दिवस की शुरुआत 5 सितंबर 1962 से की गई थी. 5 सितंबर को स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. स्टूडेंट्स अपने प्रिय शिक्षकों के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करने के लिए प्रदर्शन, नृत्य और विस्तृत शो जैसी विभिन्न गतिविधियां आयोजित करते हैं.


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