इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्टेस्ट में फर्स्ट आया उत्तर प्रदेश, PM मोदी की काशी को मिले 4 अवॉर्ड्स
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इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्टेस्ट में फर्स्ट आया उत्तर प्रदेश, PM मोदी की काशी को मिले 4 अवॉर्ड्स

स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत योजना और प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के 6 साल पूरे होने के मौके पर शुक्रवार को इन अवॉर्ड्स का ऐलान किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून, 2015 को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इन योजनाओं को लॉन्च किया था.

सांकेतिक तस्वीर.

नई दिल्ली​: केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चल रही योजनाओं को लागू करने के मामले में उत्तर प्रदेश ने पहला स्थान हासिल किया है. केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय के 'इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्टेस्ट' में यूपी को पहला स्थान मिला है, जबकि मध्य प्रदेश दूसरे और तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहे.

शहरों की बात करें तो इंदौर और सूरत को संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला है. वहीं केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़ पहले स्थान पर रहा है. स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत योजना और प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के 6 साल पूरे होने के मौके पर शुक्रवार को इन अवॉर्ड्स का ऐलान किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून, 2015 को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इन योजनाओं को लॉन्च किया था.

जानें कैसे शीर्ष पर पहुंचा उत्तर प्रदेश
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पूरे देश में फिलहाल 100 स्मार्ट सिटी विकसित करने पर काम किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में बनारस, कानपुर, आगरा, लखनऊ सहित 10 ऐसे शहर हैं जिनमें स्मार्ट सिटी मिशन के तहत आने वाली योजनाओं को लागू किया गया है.

यूपी खुद 7 शहरों को स्मार्ट बना रहा
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, यूपी को सभी राज्यों में अव्वल आने का अवसर इसलिए मिला है क्योंकि प्रदेश ने 10 स्मार्ट सिटी के साथ-साथ सात और स्मार्ट सिटी विकसित करने की दिशा में काम करना शुरू किया है. किसी भी राज्य ने अभी तक यह काम नहीं किया है. इनमें मेरठ, गाजियाबाद, अयोध्या, फिरोजाबाद, मथुरा, वृंदावन और शाहजहांपुर शामिल हैं.

पहली बार म्युनिसपल बॉन्ड जारी किए 
उत्तर प्रदेश में पहले से तय की गईं स्मार्ट सिटी वाराणसी, कानुपर, आगरा और लखनऊ में केंद्र की ओर से तय किए गए मानकों पर बेहतर काम हुआ है. इसके अलावा उत्तर भारत के राज्यों में उत्तर प्रदेश के लखनऊ और गाजियाबाद शहरों ने पहली बार म्युनिसपल बॉन्ड जारी किए थे. इन वजहों से यूपी की रैंकिंग सबसे ऊपर मापी गई.

इंडिया स्मार्ट सिटी कॉन्टेस्ट में वाराणसी को मिले 4 अवॉर्ड

1. कोविड-19 रोकथाम हेतु प्रथम पुरस्कार.
2. स्मार्ट सिटी लीडरशिप में द्वितीय पुरस्कार.
3. जल संरक्षण हेतु क्रियान्वित परियोजनाओं में "असि नदी के पुनर्विकास" हेतु प्रथम पुरस्कार.
4. राउंड 2 में चयनित स्मार्ट सिटी में तृतीय पुरस्कार.

वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा शहर में विभिन्न परियोजनाओं को क्रियान्वित किया गया है और कई परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है. कई पूरी हो चुकी परियोजनाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द करेंगे शुभारंभ करेंगे.

इन तय मानकों पर शहरों को परख गया है
इन अवॉर्ड्स के लिए राज्यों और शहरों को चुनने का आधार गवर्नेंस, कल्चर, शहरी वातावरण, सैनिटेशन, अर्थव्यवस्था, पानी और परिवहन को माना जाता है. हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि इस साल कोरोना से निपटने के लिए कंट्रोल सेंटर को भी एक पैमाना बनाया गया है. इसके अलावा इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट, अर्बन एन्वायरनमेंट, स्मार्ट वॉटर मैनेजमेंट, वेस्ट टू एनर्जी जनरेशन जैसे मानकों को भी शामिल किया गया है. 

टॉप शहरों में इंदौर और सूरत ने मारी बाजी
इंदौर और सूरत ने एक बार फिर से स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में संयुक्त रूप से टॉप स्थान हासिल किया है. इससे पहले सूरत ने 2018 में यह अवॉर्ड हासिल किया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में 5099.6 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है. वहीं सूरत में 2597 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम जारी है.

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