Vikat Sankashti Chaturthi 2023: हिंदू पंचांग के मुताबिक, प्रत्येक माह में दो चतुर्थी पड़ती हैं. एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है. इस महीने की संकष्टी चतुर्थी 9 अप्रैल, रविवार को है. वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विकट संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है. माना जाता है कि इस दिन गणेश जी की पूजा करने और व्रत रखने से उनका विशेष आशीर्वाद मिलता है. ऐसे में कुछ ऐसे उपाय हैं जिसकी मदद से आप बप्पा को प्रसन्न कर सकते हैं. आज हम उन्हीं उपायों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. 


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संकष्टी चतुर्थी के दिन करें ये उपाय
1. इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर लें. इसके बाद साफ-सुथरे कपड़े पहन व्रत का संकल्प लें और गणपति बप्पा की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें. 
2. भगवान श्री गणेश को गेंदे का फूल, मोदक और गुड़ का नैवेद्य चढ़ाएं. माना जाता है कि इस उपाय को करने से हर कार्य में सिद्धि मिलती है. 
3. मान्यता है कि गणपति बप्पा को सिंदूर बेहद प्रिय है. ऐसे में संकष्टी चतुर्थी के दिन श्री गणेश का सिंदूर से तिलक कर उनकी पूजन करें. माना जाता है कि इस उपाय से जीवन में सौभाग्य बना रहता है.
4. संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश स्तोत्र का पाठ करें. साथ ही गणेश जी के मंत्र 'ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः' का जाप करें. इससे धन-संपत्ति और वैभव में बढ़ोतरी होती है. 
5. इस दिन श्री गणेश को 17 बार दूर्वा अर्पित करें. इस दौरान 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करते हैं. कहा जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन की बड़ी से बड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं. 
6. पूजा के दौरान गणपति को शमी के पत्ते अर्पित करें. मान्यता है कि इस उपाय से बुद्धि तेज होती है. साथ ही तनाव और मानिसक कष्ट दूर हो जाता है. 
7. इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराएं और दान दें. इससे घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.


विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि (Vikat Sankashti Chaturthi 2023 Date)
चतुर्थी तिथि की शुरुआत: 09 अप्रैल, सुबह 09:35 मिनट से 
चतुर्थी तिथि की समाप्ति: 10 अप्रैल, सुबह 08:37 मिनट पर 
संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रमा के पूजन का विशेष महत्व माना जाता है. ऐसे में चंद्रोदय के समयानुसार 9 अप्रैल को ही इसका व्रत रखा जाएगा. इस दिन चंद्रमा 10: 02 मिनट पर निकलेगा. चंद्रोदय के बाद आप अर्घ्य देकर व्रत का पारण कर सकते हैं. 


विकट संकष्टी चतुर्थी पूजा मुहूर्त 2023 (Vikat Sankashti Chaturthi 2023 Shubh Muhurat)
लाभ-उन्नति मुहूर्त: सुबह 09:13 बजे से सुबह 10:48 तक 
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: सुबह 10:48 मिनट से दोपहर 12:23 मिनट तक 
सिद्धि योग- सूर्योदय से लेकर रात 10:14 मिनट तक 
विशाखा नक्षत्र- दोपहर 2 बजे तक 
अनुराधा नक्षत्र- 9 अप्रैल को दोपहर 2 बजे से लेकर 10 अप्रैल को दोपहर 1:39 मिनट तक


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा. 


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