उन्नाव: उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के गांवों में कोरोना से निपटने के लिए विशेष ट्रेसिंग अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की कमेटी बनाई गई है, जो ब्लॉक स्तर और गांव-गांव जाकर कोविड-19 की जांच करेगी. उन्नाव में भी राजस्व गांवों में स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग शुरू हो गई है. इसके लिए आशा बहुओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रत्येक गांव की आशा बहू हर रोज 50 परिवारों से संपर्क कर सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार का फीडबैक लेंगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

9 मई तक चलेगा अभियान 
गांव में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने 5 मई यानी आज से सभी राजस्व गांवों में 5 दिवसीय विशेष ट्रेसिंग अभियान की शुरुआत कर दी है, जो 9 मई शाम 6 बजे तक चलेगा. इस दौरान आशा बहू और रैपिड रेस्पॉन्स टीमें घर-घर दस्तक देकर लोगों से सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार का फीडबैक लेंगी. पल्स ऑक्सीमीटर और इन्फ्रारेड थर्मामीटर से जांच कर कोरोना लक्षण वाले मरीजों का एंटीजन टेस्ट करेंगे. पॉजिटिव होने पर संक्रमित व्यक्ति को मेडिकल किट दी जाएगी और होम आइसोलेट कराया जाएगा. जरूरत पड़ने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. 


ये भी पढ़ें- यूपी में वैक्सीनेशन के लिए चलेगा महाअभियान, योगी सरकार ने जारी किया ग्लोबल टेंडर


उन्नाव के 1600 गांव शामिल  
सरकार के अभियान का मकसद गांव में कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकना है. इस अभियान की मॉनिटरिंग सीएमओ और डीएम उन्नाव रविंद्र कुमार कर रहे हैं. सीएचसी और पीएचसी प्रभारी अभियान की प्रतिदिन सीएमओ को रिपोर्ट करेंगे. उन्नाव के 1600 गांवों में ट्रेसिंग अभियान चलाया जाएगा. 


ये भी पढ़ें- काम की खबर: आपको भी चाहिए ATM जैसा पोर्टेबल Aadhaar Card, घर बैठे मिनटों में करें ये काम


लोगों को कर रहे हैं जागरूक 
सीएमओ ने बताया कि गांव में जागरूकता अभियान चलाकर कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है. आशा बहू प्रतिदिन 50 घरों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करेंगी. आशा बहू को मेडिकल किट भी दी गई है. आशा बहू हर रोज मरीजों से संपर्क में रहकर स्वास्थ्य का अपडेट देंगी. 


ये भी देखें-  Viral Video: जब शेरों की लड़ाई का फायदा उठाकर भाग गया शिकार, यूजर्स बोले- आपस में लड़ोगे, तो भूखे मरोगे


WATCH LIVE TV