UP First Bulldozer Baba Hardev Singh : यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ 'बुलडोजर बाबा' के नाम से फेमस हैं. योगी मॉडल को अन्‍य राज्‍यों में भी लागू किया जा रहा है. बुलडोजर बाबा के डर से अपराधी खुद थाने भागे चले आते हैं. क्‍या आपको पता है कि सीएम योगी से पहले भी बुलडोजर बाबा का खौफ अपराधियों में था. यूपी के सबसे पहले बुलडोजर बाबा से अपराधी थर-थर कांपते थे. तो आइये जानते हैं यूपी के सबसे पहले बुलडोजर बाबा के बारें में. 


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कौन हैं हरदेव सिंह? 
दरअसल, यूपी के तेज तर्रार पीसीएस अफसर हरदेव सिंह को बुलडोजर बाबा की सबसे पहले नाम दिया गया. जहां उनकी तैनाती होती अतिक्रमणकारी उनके बुलडोजर एक्‍शन से डर जाते. साल 1994-95 में हरदेव सिंह को प्रयागराज कुंभ मेले का अपर मेला अधिकारी बनाया गया था. जब वह प्रयागराज पहुंचे तो बंधवा के पास मंदिरों के पास अवैध अतिक्रमण पर एक्‍शन शुरू किया. कुंभ मेला शुरू होते ही हरदेव सिंह ने बंधवा में हुए अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर चलवाया. 


पहली बार ऐसे चर्चा में आए थे 
मंदिर के पास अतिक्रमण किए बाबा लोग इस कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट चले गए. कोर्ट ने सुनवाई करने से मना कर दिया. इस पर हरदेव सिंह ने विरोध कर रहे बाबाओं से कहा कि देखिये मैंने मंदिरों को नहीं तुड़वाया, बांध के ऊपर किए गए अवैध अतिक्रमण से बांध टूटने का खतरा है, इससे शहर भी डूब सकता है. ऐसे में अ‍वैध अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर चलवाया. 


जहां गए अवैध अतिक्रमण के खिलाफ गरजते रहे 
इसके बाद हरदेव सिंह का ट्रांसफर जब अलीगढ़ में हुआ तो वहां भी अवैध अत‍िक्रमण के खिलाफ जमकर गरजे. गाजियाबाद के नगर आयुक्‍त बनते ही पार्कों पर हुए अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया. उस समय पार्कों पर सजी दुकानों को ध्‍वस्‍त कर दिया था. दुकानदार भी कोर्ट गए लेकिन कोर्ट ने एक बार फ‍िर सुनने से इनकार कर दिया था. वाराणसी गए तो वहां भी हरदेव सिंह नहीं रुके. हरदेव सिंह ने बनारस की तंग गलियों को चलने लायक बना दिया. इतना ही नहीं वाराणसी में भी खूब साफ-सफाई करवाई. इसके चलते इन्‍हें बाबा बुलडोजर के नाम से भी बुलाया जाने लगा. 



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