लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Bill) के विरोध में भड़की हिंसा पर फिलहाल पुलिस-प्रशासन ने काबू पा लिया है. इन सबके बीच यूपी पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. यूपी पुलिस ने लखनऊ में हिंसा के फैलाने के मास्टरमाइंड पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के नदीम, वसीम और अशफाक को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि नदीम की गिरफ्तारी बाराबंकी से की गई है. सख्ती बढ़ने पर मास्टरमाइंड नदीम (बाराबंकी) लखनऊ छोड़कर बाराबंकी भाग गया था. बताया जा रहा है कि पुलिस ने नदीम के साथ ही वसीम (लखनऊ) और अशफाक (बाराबंकी) नाम के आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. ये सभी पीएफआई के सदस्य हैं. 


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वहीं, इस मामले में पुलिस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 19 दिसंबर को किए गए हिंसक प्रदर्शनों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का हाथ था. जांच में पुलिस ने पहले वसीम नाम के शख्स को गिरफ्तार किया. वसीम इंदिरा नगर का रहने वाला है और पीएफआई का प्रदेश अध्यक्ष है. वसीम की निशानदेही पर प्रदेश कोषाध्यक्ष नदीम और डिविजन अध्यक्ष अशफाक वसीम को गिरफ्तार किया. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि वसीम के अन्य साथियों नदीम और अशफाक ने हिंसा फैलाने की योजना बनाई थी. पुलिस ने इन लोगों के पास से भारी मात्रा में भड़काऊ सामग्री बरामद की है.


पुलिस ने बताया कि लखनऊ में बाहरी लोगों को बुलाकर प्रदर्शन को हिंसक बनाया गया. इस मामले में अन्य संगठनों के लोगों के साथ बाहरी तत्वों को भी गिरफ्तार किया गया है.पुलिस ने बंथरा के रॉबिन वर्मा और अमीनाबाद के मोहम्मद शोहेब को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पहले ही इस मामले में 6 लोग मालदा के गिरफ्तार किए थे. वहीं, शामली जनपद में पीएफआई से जुड़े मौलाना शादाब को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही पीएफआई की एक अन्य शाखा सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के इसरार खान और साजिद को गिरफ्तार हुए हैं.


दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Bill) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हुए हिंसक बवाल के बाद रविवार को यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान उन्होंने बड़ा बयान देते हुए आशंका जताई थी कि सिमी का छोटा रूप पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) का हाथ यूपी में हुई हिंसा के पीछे हो सकता है.