क्या यूपी में टूट जाएगी दो लड़कों की जोड़ी, सपा ने उपचुनाव से पहले कांग्रेस के सामने रख दी कठिन शर्त
UP Bypolls 2024: यूपी में विधानसभा की 10 रिक्त सीटों के लिए अखिलेश यादव ने रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है. कांग्रेस महाराष्ट्र और हरियाणा में सपा को सीटें देगी तो ही यूपी में कांग्रेस के दावे पर सपा विचार करेगी.
UP Bypolls 2024: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस और सपा का गठबंधन महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव पर निर्भर करेगा. अगर कांग्रेस इन दो राज्यों में Samajwadi Party को सीट देती है तभी सपा यूपी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के किसी दावे पर विचार करेगी. बता दें कि यूपी में विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर चुनाव होने हैं. इनमें से एक सीट सीसामऊ (कानपुर) सपा विधायक इरफान सोलंकी को सात साल की सजा होने से रिक्त हुई है, जबकि नौ विधानसभा सदस्य अब लोकसभा सांसद बन चुके हैं.
सपा ने रखी शर्त
लोकसभा चुनाव के बाद अब कांग्रेस पार्टी यह चाहती है कि यूपी विधानसभा उपचुनाव में भी गठबंधन जारी रहे लेकिन लखनऊ मध्य से समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सपा को सिम देगी तभी यूपी विधानसभा उपचुनाव में यह गठबंधन जारी रह पाएगा. इसी के साथ उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के उप चुनाव लड़ने पर कहा कि मायावती बीजेपी की बी टीम है उनके इशारे पर ही बसपा ने अपने कैंडिडेट तय किए जिन्होंने सिर्फ इंडिया गठबंधन को नुकसान पहुंचाने का काम किया. यूपी में भाजपा के खराब प्रदर्शन पर रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि इन लोगों ने हर जगह पर बेईमानी की है. मैं चुनौती देता हूं कि बैलट पेपर से लखनऊ में चुनाव करवा लें राजनाथ सिंह को भारी अंतर से हरा दूंगा. उन्होंने बेईमानी करके चुनाव जीता है. प्रभु श्री राम अब समाजवादी पार्टी के साथ है यही वजह है कि अयोध्या का पूरा मंडल भाजपा हार गई.
मजबूत कैंडीडेट की तलाश में बसपा, मायावती ने शुरू की विधानसभा उपचुनाव की तैयारी
कांग्रेस चाहती है साझेदारी
यूपी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस, इंडिया गठबंधन के तहत सपा से साझेदारी चाह रही है. दूसरी ओर बसपा भी उपचुनाव में हिस्सा लेने के लिए तैयारी में जुट गई है. मायावती ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा को सीट नहीं दिए जाने से दोनों दलों के बीच खटास आ गई थी.
महाराष्ट्र-हरियाणा में विधानसभा चुनाव
इस साल अक्टूबर में हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं. सपा के सूत्रों का कहना है कि अगर कांग्रेस महाराष्ट्र और हरियाणा में उनकी पार्टी को कुछ सीटें देने पर राजी हुई तभी यूपी के उपचुनाव में कांग्रेस को कोई सीट देने पर विचार हो सकता है. दरअसल, हरियाणा की 20 सीटों पर मुस्लिम-यादव समीकरण काफी प्रभावी है, जिसे सपा अपने पक्ष में मानती है.
सपा के 4 विधायक लोकसभा सदस्य
सपा के चार विधायकों अखिलेश यादव,लालजी वर्मा, अवधेश प्रसाद और जियाउर रहमान बर्क की सीटें उनके लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद खाली हो गई हैं. अखिलेश वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव करहल, अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर, लालजी वर्मा कटेहरी और जियाउर रहमान कुंदरकी से जीते थे.
महाराष्ट्र में चुनाव जीतती रही है सपा
महाराष्ट्र में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में सपा के दो विधायक जीते थे. इससे पहले भी समाजावादी पार्टी वहां चुनाव जीतती रही है. इसी आधार पर सपा ने महाराष्ट्र में कांग्रेस से दावा करने का फैसला किया है.
बसपा उतरने पर मजबूर
लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में मिली शिकस्त के बाद बहुजन समाज पार्टी ने हिम्मत नहीं हारी है.बसपा ने 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी खाली हुई दस सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों को उतारने की कवायद में जुट गई है.बसपा पार्टी उपचुनाव के जरिये विधानसभा में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने की तैयारी कर रही है. बीएसपी के एकमात्र विधायक रसड़ा विधानसभा सीट से उमाशंकर सिंह हैं.
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