UP Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को उत्तर प्रदेश में बुरी हार मिली, जिसको लेकर अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है. लोकसभा चुनाव को लेकर जमीनी पड़ताल करने के लिए बनाई गई बीजेपी स्पेशल टीम की शुक्रवार को बैठक हुई. इसमें पता लगाने की कोशिश की गई कि आखिरी कहां भीतरघात हुई, किन जातियों का वोट पार्टी को नहीं मिला. किस नेता के खिलाफ किस लोकसभा सीट पर असंतोष पार्टी पर भारी पड़ा. अब जिलेवार रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी जा रही है, जिसके खुलने के बाद पार्टी के लिए विभीषण बने नेताओं पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. सभी सीटों की रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसे शीर्ष नेतृत्व को भी भेजा जा सकता है. 


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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का बयान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि जनता ने जो परिणाम दिया वह स्वीकार है. हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है. विश्वास है कि हार के कारणों को दूर करेंगे. प्रधानमंत्री की गारंटी पहली कैबिनेट में दिखा है. उन्होंने कहा कि सभी लोकसभा क्षेत्रों में टीम भेजकर सब कारणों को जानने का प्रयास किया गया है.


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लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन यूपी की लोकसभा सीटों पर इतना बुरा रहा कि वो 62 से सीधे 33 सीटों पर आ गई. अब पार्टी के हारे प्रत्याशी भी अपनी शिकायतें भी लखनऊ स्थित मुख्यालय लेकर पहुंच रहे हैं. बताया जा रहा है कि बंद सफेद लिफाफे में बीजेपी की हार का मजमून है. जालौन से हारे हुए भाजपा प्रत्याशी भानु प्रताप भी शुक्रवार को भाजपा कार्यलय पहुंचे.


हार के कारणों की इंटरनल रिपोर्ट
पार्टी मुख्यालय में भाजपा बैठक के लिए पदाधिकारियों में इस पर मंथन हुआ. भाजपा संगठन के पदाधिकारी को चुनाव में अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी. बैठक में सभी संगठन के पदाधिकारी से भी पूछा गया कि चुनाव के दौरान क्या कुछ कमी रह गई. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी बीजेपी दफ्तर पहुंचे. प्रदेश अध्यक्ष को लिफाफे में रिपोर्ट दी गई. कानपुर बुंदेलखंड में हारे हुए प्रत्याशी ने हार के कारणों की इंटरनल रिपोर्ट प्रदेश संगठन को सौंप दी गई है. प्रदेश संगठन के सभी पदाधिकारियों को आज की बैठक में निर्देश भी दिए गए. 


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पदाधिकारियों के साथ पूर्व विधायक
वहीं, संगठन के पदाधिकारियों को शुक्रवार से लोकसभा क्षेत्र में हार की समीक्षा रिपोर्ट तैयार करने के लिए भेजा गया है. यानी युद्ध स्तर पर हर एक लोकसभा सीट की रिपोर्ट तैयार की जाएगी. एक पूर्व विधायक को भी संगठन के पदाधिकारियों के साथ लगाया जाएगा. बीते कल यानी बुधवार को अवध क्षेत्र के हारी हुई सीट की रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी दी गई थी.


कारणों को जानने का प्रयास
जानकारी है कि सभी 80 लोकसभा सीटों के मुताबिक दो-दो लोकसभा क्षेत्र के लिए एक एक टीम गठित की जाएगी. एक टीम में दो सदस्य रखे जाएंगे जिनमें से एक प्रदेश पदाधिकारी तो वहीं दूसरा सदस्य पूर्व विधायक होंगे. 15 जून तक लोकसभा क्षेत्र में जाकर टीम हार के कारण जानेगी. यूपी बीजेपी ने 80 पदाधिकारी नेताओं की इस टास्कफोर्स का गठनकर  हार के कारणों को जानने का प्रयास कर रही है.