मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) प्रमुख और सांसद बदरुद्दीन अजमल के समर्थन में उतर आए हैं. बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि 18 जनवरी से मुसलमान ट्रेनों में सफर ना करें. 22 जनवरी में होने जा रहे राम मंदिर से जुड़े लोग उनके साथ मारपीट कर सकते हैं. दंगा करा सकते हैं. उनके इस बयान को सही ठहराते हुए सपा सांसद एसटी हसन ने भी मुस्लिमों से अपील की है. 


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एसटी हसन ने कहा कि कहीं जाते समय एहतियात जरूरी है. बसों और ट्रेनों में कुछ सिरफिरे लोग चलते हैं. आज भी इसके हमारे पास उदाहरण हैं. सिरफरे लोग दाढ़ी वाले मुसलमानों को ट्रेनों में टॉर्चर करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा सिर्फ ट्रेनों के अंदर ही नहीं बल्कि बसों में भी करते हैं. इसलिए याभा करने के दौरान एहतियात बरते और तो ऐसा काम न करें, जिससे अपनी बेईज्जती हो. 


"नफरत फैलाकर सिंघासन हासिल करना चाहते हैं" 
वहीं, मथुरा की शाही मस्जिद पर आए कोर्ट के फैसले पर पूछे गए सवाल पर डॉ. एसटी हसन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. हम जानते हैं इस वक्त देश का क्या माहौल है. लोग जुबान से कुछ कहें न कहें लेकिन हिंदुस्तान की दो बड़ी आबादियों के बीच में नफरतों की सियासत करके सिंघासन हासिल करना चाहते हैं. 


जो देश के लिए और हमारे लिए भी बहुत खतरनाक है. इस तरह से जो मस्जिदें 500 साल पहले बनी थीं, उस वक्त बादशाहत हुआ करती थी. उस समय कोई संविधान नहीं था. बादशाह की जुबान ही संविधान हुआ करता था. सारी जमीन उन्हीं की होती थी, बस वक्त क्या हुआ क्या नहीं हुआ. उसको आज हम रिपीट करके एक ऐसा माहौल बनाएं, जिससे हमारे बीच प्यार मोहब्बत बने रहे, जो खत्म हो रही है, क्योंक ये देश हित में नहीं है. 


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