UP Politics : यूपी बीजेपी में मची खटपट की गूंज दिल्‍ली तक सुनाई दी है. दिल्‍ली में जहां इसे सुलझाने को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है तो वहीं, सपा-कांग्रेस इसे उपचुनाव में भुनाने की कोशिश कर रही है. सपा प्रमुख अखिलेश ने संविधान मान स्तंभ हर जिला मुख्यालय में स्थापित कर इस मुद्दे को गरम बनाए रखने की कोशिश कर रही है. वहीं कांग्रेस ने भी जातिगत जनगणना और आरक्षण को लेकर हर जिले में अभियान चलाने का ऐलान किया है.


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उपचुनाव से पहले विवाद सुलझाने में जुटी पार्टी 
लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखने के बाद बीजेपी यूपी के 2027 चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. हालांकि, 2027 का चुनाव जीतने से पहले बीजेपी यूपी में योगी और दोनों डिप्‍टी सीएम के बीच मची खटपट को पार पाना चाहती है. इन सबके बीच बीजेपी ने एक बार तो स्‍पष्‍ट कर दी है कि योगी को लेकर यूपी में कोई बदलाव की गुंजाइश नहीं है. बीजेपी हाई कमान चाहता है कि जनता के बीच डिप्‍टी सीएम के साथ नहीं बन रही वाली बात की चुनौती से निपटना होगा. उपचुनाव से पहले इस मामले को सुलझाने की पूरी तैयारी है. 


सपा ने आरक्षण अधिकार दिवस से बीजेपी की टेंशन बढ़ाई
वहीं, एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी ने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के मौके पर हर जिला मुख्‍यालय में संविधान मान स्तंम की स्थापना कर आरक्षण का अधिकार दिवस मनाने की घोषणा कर बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी. सपा के लखनऊ स्थित मुख्यालय में एक सादगीपूर्ण समारोह में संविधान-मानस्तंभ की स्थापना की गई. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, आरक्षण दिवस 26 जुलाई को समाजवादी पार्टी ने संविधान-मानस्तंभ के स्थापना दिवस के रूप में मनाने का विनम्र निर्णय लिया है. क्योंकि इसी दिन महात्मा ज्योतिबा फुले जी द्वारा संकल्पित आरक्षण को कोल्हापुर के परम आदरणीय-अनुकरणीय श्रीमंत महाराज राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज जी अपने कोल्हापुर राज्य में लागू करके आरक्षण का शुभारंभ किया था.


सपा ने आरक्षण और संविधान बचाने की मुहिम छेड़ी 
मान स्‍तंभ में लिखा है कि पीडीए को अधिकार तभी मिलेगा, आरक्षण का हक सबको मिलेगा. आरक्षण और संविधान बचाने के लिए समाजवादी पार्टी प्रतिबद्ध है. लोकसभा चुनाव में भी संविधान आरक्षण मुद्दे ने इंडिया गठबंधन को फायदा पहुंचाया था. अखिलेश की नजर यूपी में दलित वोटरों पर है. इतना ही नहीं अखिलेश यादव उपचुनाव से पहले पीडीए को जोर देने में लगे हैं. वहीं, कांग्रेस के राहुल गांधी जमीन पर उतर आए हैं. राहुल गांधी यूपी में सक्रिय नजर आ रहे हैं.


कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की मांग की 
इस बीच कांग्रेस ने जातिगत जनगणना करने और आरक्षण पर लगी 50 फीसदी की पाबंदी हटाने की मांग को लेकर प्रदेश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाने का फैसला किया. अल्पसंख्यक कांग्रेस ओबीसी कांग्रेस और फिशरमैन कांग्रेस की ओर से इसके समर्थन में 10 लाख हस्ताक्षर कराने का निर्णय लिया गया है. यह अभियान मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू किए जाने की वर्षगांठ 7 अगस्त तक चलेगा.  सपा-कांग्रेस इन्‍हीं मुद्दों से बीजेपी को उपचुनाव में चुनौती देने का प्‍लान बना रही है. 


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