बीजेपी संगठन के ये तीन महारथी, जिनके बलबूते MP-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी ने विजय पताका लहराई
भाजपा के प्रभारियों ने रखी जीत की अधारशिला फिर मोदी ने सेट किया नैरेटिव कुछ इस प्रकार छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश जीती भाजपा
हिंदी पट्टी में एक बार फिर कमल खिल गया है. बीजेपी ने 2018 का बदला लेते हुए राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से सत्ता छीन ली है. इस जीत में पीएम मोदी, बीजेपी के मौजूदा मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और बड़े चेहरों का नाम लिया जा रहा है, लेकिन संगठन और खासकर उनके प्रभारियों की अहम भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता, जिन्होंने जमीनी स्तर पर धूल धुएं के बीच जनता को भगवा दल के पक्ष में लाने का रोल निभाया.एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी के चुनाव प्रभारियों की इसी मेहनत ने पार्टी का सिर ऊंचा किया है.
भाजपा ने 5 महीने पहले चुनावी राज्यों में प्रभारी की नियुक्ति की थी. राजस्थान का प्रभार प्रह्लाद जोशी को, छत्तीसगढ़ क प्रभार ओपी माथुर को और मध्य प्रदेश का प्रभार भूपेन्द्र यादव को दिया था. आइए जानते हैं इन प्रभारियों के संगठन में किये गये इनके द्वारा कार्य और इनके कार्यशैली कि ये किस प्रकार कार्य करते हैं.
भूपेन्द्र यादव प्रभारी(मध्य प्रदेश)
केंन्द्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव मध्य प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था. भूपेन्द्र के पास कई राज्यों में चुनाव कराने का अनुभव है. उन्हें राजनीति के रणनीतियों में माहिर माना जाता है. भूपेन्द्र ओबीसी समाज से आते हैं. मध्य प्रदेश में 48 प्रतिशत मतदाता इसी वर्ग से आते हैं. ऐसे में बीजेपी भूपेन्द्र के बहाने ओबीसी वर्ग के यादव जाति को भी साध ली जो कि करीब 20 सीटों पर प्रभावी मतदाता है. भूपेन्द्र चौधरी मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश(2017), गुजरात(2017) बिहार(2020), राजस्थान(2013), झारखंड(2014) के विधान सभा चुनाव में प्रभारी रह चुके हैं.
ओम माथुर प्रभारी( छत्तीसगढ़)
मूल रूप से राजस्थान से ताल्लुकात रखने वाले ओममाथुर को चुनाव के पहले भाजपा ने छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया था. ओम माथुर को संगठन को बहुत अनुभव है. माथुर शाह और मोदी दोनों के बहुत करीबी माने जाते हैं. इसी वजह से उनके छत्तीसगढ़ जिताने की जिम्मेदारी दी गई थी. माथुर को चुनाव का बड़ा रणनीतिकार माना जाता है. माथुर महाराष्ट्र के राजनीति घटनाक्रम में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी. यूपी के 2022 के विधान सभा चुनाव में सभी ने इनका कमाल देखा ही था. अब छत्तीसगढ़ को अपना मान चुकी कांग्रेस के गढ़ में भी ओम माथुर ने सेंधमारी कर दी है.
प्रह्लाद जोशी प्रभारी (राजस्थान)
गहलोत के रण को भेदने के लिए भाजपा ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को राजस्थान का प्रभारी बनाया था. प्रह्लाद इससे पहले उत्तराखंड के प्रभारी रह चुके थे. IT के साथ चुनाव में शानदार रणनीति बनाने में माहिर प्रह्लाद जोशी ने राजस्थान में भी अपने मैनेजमेंट का शानदार नमूना पेश करते हुए पार्टी की सत्ता में शानदार वापसी कराई है.