UP Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद की मुलाकात के भी खूब सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि दोनों ने सीधे इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा है.
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उत्तर प्रदेश में सियासी उथलपुथल के बीच निषाद पार्टी के प्रमुख और यूपी सरकार में मंत्री संजय निषाद ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इससे पहले संजय निषाद संगठन के सरकार से बड़ा होने की बात कहने वाले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात कर चुके हैं.
सीएम योगी की मंडलवार बैठक
उत्तर प्रदेश में संगठन बड़ा या सरकार, ये सवाल लगातार मुखर होता जा रहा है. बीजेपी में एक ओर सीएम योगी आदित्यनाथ मंडलवार सांसद विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी शिकायतों को सुनने में जुटे हैं तो दूसरी ओर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य गठबंधन दलों के कई नेताओं और पिछड़ा वर्ग के नेताओं से मिल चुके हैं.
उत्तर प्रदेश की राजनीति में यह सियासी उथलपुथल लोकसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी हार के बाद से चल रही है.लखनऊ में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान से इसे और हवा मिली, जब उन्होंने संगठन के सरकार से बड़ा होने का बयान दिया. उसी बीच पार्टी के कई विधायकों औऱ पूर्व विधायकों की शिकायतों के वीडियो भी आने लगे. दिल्ली में केशव प्रसाद मौर्य, जेपी नड्डा, भूपेंद्र चौधरी जैसे बड़े नेताओं की शीर्ष नेतृत्व से अलग-अलग मुलाकातें हो चुकी हैं. सीएम योगी की 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक हो सकती है. ऐसे में सियासी हल्कों में लगातार ये संभावना जताई जा रही है कि यूपी में कुछ बड़ा हो सकता है.
हार की वजहों पर रिपोर्ट
बीजेपी ने तीन स्तर पर हार के कारणों को लेकर रिपोर्ट तैयार कराई है.प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हार की नैतिक जिम्मेदारी लेने की बात भी कह चुके हैं. वहीं स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट भी जल्द ही केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जा सकती है.
दिल्ली में संगठन मंत्रियों की बैठक में यूपी के संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह यूपी में हुई हार की समीक्षा रिपोर्ट सौंपेंगे. इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समीक्षा रिपोर्ट सौंप चुके हैं. इसमें उन्होंने हार के कई कारणों को बताया था, अब धर्मपाल सिंह समीक्षा रिपोर्ट सौंपेंगे. भाजपा की स्पेशल टास्क फोर्स ने ये समीक्षा रिपोर्ट बनाई है, जिसे धर्मपाल भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को सौंपेंगे