Arvind Kumar Sharma profile: यूपी में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से कई जिलों में बिजली आपूर्ति चरमरा रही थी. लखनऊ में बिजली कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर कायम थे.  लेकिन उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा कभी नरम और कभी गरम रुख का इस्तेमाल कर आखिर 65 घंटों बाद हड़ताल खत्म कराने में सफल रहे. कभी प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ में संकटमोचक की भूमिका निभाने वाले एके शर्मा आज यूपी में योगी सरकार के अहम सिपहसालारो में एक हैं.


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Live UP Electricity Workers Strike: यूपी में बिजली कर्मियों की हड़ताल खत्म, ऊर्जा मंत्री का ऐलान


उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को पूर्ण बहुमत दिलाने वाले योगी आदित्यनाथ ने लगातार जब दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उस समय योगी के साथ उनके नए मंत्रिमंडल में एके शर्मा के नाम की खासी चर्चा थी. दरअसल, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं.


यूपी के मऊ में AK शर्मा की जन्मस्थली
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के काझा खुर्द गांव में एके शर्मा 1962 का जन्म हुआ. अरविंद कुमार शर्मा ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में स्नात्कोत्तर की डिग्री हासिल ली और 1988 में आईएएस की सेवा के लिए सिलेक्ट हुए. एके शर्मा भूमिहार ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. 


2021 में की बीजेपी ज्वाइन
वर्ष 2021 में एके शर्मा ने स्वैच्छिक रिटायरमेंट ली और भाजपा जॉइन कर ली. उन्हें विधानपरिषद के लिए चुना गया. उन्हें बीजेपी संगठन में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई.


आईएएस अफसर रहे हैं एक शर्मा, पीएम मोदी के साथ किया काम
एके शर्मा 1988 बैच के आईएएस अफसर रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे तब करीब 2001 से 2013 तक एके शर्मा ने उनके साथ काम किया था. उनकी गिनती मोदी के सबसे भरोसेमंद अफसरों में की जाती थी. वह मुख्‍यमंत्री सचिवालय में रहे और वहां विशेष सचिव से लेकर प्रमुख सचिव तक का दायित्व निभाया. गुजरात में बड़े पैमाने पर निवेश में भी उनका अहम योगदान माना जाता है. इतना ही नहीं टाटा नैनो के प्रोजेक्ट को गुजरात लाने में एके शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जाती है. जब मोदी प्रधानमंत्री बनें तो एके शर्मा भी गुजरात से डेप्युटेशन पर पीएमओ आ गए. उन्हें जॉइंट सेक्रेटरी बनाया गया. साल 2017 में वह एडिशनल सेक्रेटरी बनाए गए.यहीं नहीं विधान परिषद में भी उन्हें भेजा गया. 


कोविड काल में किए काम की हुई तारीफ
राजनीति में एंट्री करने से पहले अरविंद शर्मा  ने प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगातार एक्टिव रहे.वाराणसी में कोरोना के केसों में कमी आने का क्रेडिट भी उन्हें ही दिया जाता रहा. जिले में अपने काम के लिए पीएम मोदी ने भी उनकी तारीफ की.


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