Auraiya: सावन के आखिरी सोमवार को दिखी अनोखी तस्वीर, अग्निवीर की तैयारी कर रहे युवा 25 KM दौड़ते हुए पहुंचे देवकली सिद्धपीठ
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Auraiya: सावन के आखिरी सोमवार को दिखी अनोखी तस्वीर, अग्निवीर की तैयारी कर रहे युवा 25 KM दौड़ते हुए पहुंचे देवकली सिद्धपीठ

Auraiya News: औरैया में सावन के आखिरी सोमवार को अनोखी तस्वीर दिखी है. जहां अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे युवा करीब 25 किलोमीटर की यात्रा कर जिले में देवकली सिद्धपीठ मन्दिर में मन्नत मांगने पहुंचे.

Auraiya: सावन के आखिरी सोमवार को दिखी अनोखी तस्वीर, अग्निवीर की तैयारी कर रहे युवा 25 KM दौड़ते हुए पहुंचे देवकली सिद्धपीठ

गौरव श्रीवास्तव/औरैया: सावन के आखिरी सोमवार को जहां शिव भक्तों का शिवालयों पर तांता लगा हुआ है. वहीं जहां अग्निपथ को लेकर कुछ महीने पहले कई छात्र विरोध कर रहे थे. वही अब अग्निवीरों की आखिरी सोमवार को अनोखी तस्वीर देखने को मिली है. जहां औरैया जिले में देवकली सिद्धपीठ मन्दिर में अग्निवीरों की भर्ती की तैयारी कर रहे 20 छात्र कानपुर देहात जिले से दौड़ मन्नत मांगने पहुंचे और बोले अग्निपथ भर्ती का पूरा सपोर्ट करते हैं. 

कुछ महीने पहले सरकार के खिलाफ अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन चला था. लेकिन सरकार ने इस योजना में संसोधन किया तो छात्रों ने इस योजना का समर्थन किया. यही वजह है कि सावन के आखिरी सोमवार को जहा शिवालयों पर भक्तों का तांता लगा हुआ है. अपनी मन्नतें पूरी करने के लिए दूर-दूर से लोग औरैया जिले के प्रसिद्ध देवकली मन्दिर में आते हैं. 

जहां एक अनोखी मन्नत की तस्वीर देखने को मिली है. कानपुर देहात जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के गांव के रहने वाले युवा छात्रों का सावन के आखिरी सोमवार अनोखी तस्वीर देखने को मिली. जहां जिले में देवकली सिद्धपीठ मन्दिर में अग्निपथ भर्ती की तैयारी कर रहे 20 छात्र कानपुर देहात जिले से देर रात लगातार दौड़ कर करीब 25 किलोमीटर दूरी तय कर पहुंचे और शिवलिंग पर जल चढ़ा कर मन्नत मांगी. साथ ही बताया कि अग्निपथ भर्ती का पूरा सपोर्ट करते हैं.

अग्निपथ भर्ती की तैयारी कर रहे छात्र सानू ठाकुर ने बताया कि वह और उनके करीब 20 साथी सिकंदरा के पास हाजीपुर गांव से दौड़ते हुए आए हैं. वह अग्निवीर की तैयारी कर रहे हैं. इसके अलावा उपेद्र यादव ने बताया कि वह अग्निवीर योजना का समर्थन करते हैं. सेना में चाहें चार साल के लिए नौकरी मिले या चार दिन की, वह इसके लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा भोले बाबा में आस्था के चलते वह दौड़ते हुए मंदिर पहुंचे हैं. 

 

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