बहराइच: 80 साल की बुजुर्ग महिला को देख रुका डीएम-एसपी का काफिला, दादी मां ने कहा 'जुग-जुग जियो बेटा'
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बहराइच: 80 साल की बुजुर्ग महिला को देख रुका डीएम-एसपी का काफिला, दादी मां ने कहा 'जुग-जुग जियो बेटा'

बहराइच: कलेक्टर और एसपी कानून व्यवस्था का जायजा लेने के लिए शहर का भ्रमण करने जा रहे थे, इसी बीच उनकी नजर 80 साल की एक बुजुर्ग महिला पर पड़ी. महिला ने अपनी फरियाद कलेक्टर और एसपी को सुनाई. जिलाधिकारी और एसपी ने मौके पर ही कुछ तात्कालिक मदद की तो महिला ने कहा ''जुग-जुग जियो बेटा''

बहराइच: 80 साल की बुजुर्ग महिला को देख रुका डीएम-एसपी का काफिला, दादी मां ने कहा 'जुग-जुग जियो बेटा'

राजीव शर्मा/बहराइच: कलेक्टर (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) का नाम आते ही अक्सर रौबदार अधिकारियों की छवि सामने आती है. हालांकि बहराइच में डीएम और एसपी की ऐसी कार्यशैली सामने आई है, जिसकी हर कोई सराहना कर रहा है. दरअसल, बहराइच के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक केशव चौधरी कानून व्यस्था के मद्देनजर जिले के भ्रमण पर निकल रहे थे. इसी बीच डीएम डॉ दिनेश चंद्र की नजर डीएम दफ्तर के पास खड़ी एक बुजुर्ग महिला पर पड़ी. महिला कुछ कहना चाहती थी, लेकिन संकोच की वजह से कुछ कह नहीं पा रही थी. यह देख डीएम और एसपी कार से उतर कर सीधे बजुर्ग महिला के पास पहुंचे.

भूखी थी बुजुर्ग महिला

लाठी के सहारे खड़ी बुजर्ग महिला से डीएम और एसपी ने हालचाल जाना. इस पर 80 साल की बुजुर्ग महिला ने बताया कि उसे बहुत तेज भूख लगी है. यही नहीं उसने कई दिन से तबियत भी खराब होने की बात बताई. बुजुर्ग महिला ये बात सुनकर डीएम साहब ने तत्काल अपनी गाड़ी में रखे बिस्किट के पैकेट देकर महिला के लिए तत्कालिक रूप से खाने का प्रबंध भी किया. 

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मौके पर ही डीएम ने कर्मचारियों को निर्देश देकर महिला को कुछ आर्थिक मदद दी. महिला के स्वास्थ्य की जांच के लिए उसे चिकित्सालय भेजा गया. डीएम के हाथों खाने का सामान पाकर और डीएम और एसपी द्वारा बुजुर्ग महिला का हालचाल पूछे जाने पर महिला इतनी खुश हुई कि आशीर्वाद देती नजर आई. डीएम और एसपी द्वारा राह चलती बुजुर्ग महिला से इस तरह की बातचीत करते देख आसपास के लोग भी अधिकारियों की तारीफ करते नजर आए. बताया जा रहा है कि डॉ दिनेश चंद्र अपनी इसी तरह की कार्यशैली की वजह से सूर्खियों में रहते हैं. कुछ दिनों पहले भी मौके पर ही उन्होंने दिव्यांग छात्र की पढ़ाई की व्यवस्था की थी.

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