Barabanki: बाराबंकी में टिकट कटने से बीजेपी नेताओं में गुस्सा बढ़ा हुआ है. वीडियो कॉल पर प्रदेश अध्यक्ष के सामने फूट-फूटकर रोते हुए उन्होंने पूरा मामला बताया. आइए बताते हैं पूरा मामला.
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नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: नगर निकाय चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने से कई बीजेपी नेताओं में काफी गुस्सा और अंसतोष है. बाराबंकी में बीजेपी नेता मोनू सिंह टिकट न मिलने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के सामने वीडियो कॉल पर रोते हुए नजर आए. वीडियो में देखिए मोनू सिंह को भाजपा नेतृत्व से क्या शिकायत है. आइए बताते हैं पूरा मामला.
टिकट वितरण के बाद नेताओं और कार्यकर्ता असंतुष्ट
आपको बता दें कि नगर निकाय चुनाव में टिकट वितरण के बाद असंतुष्ट नेताओं और कार्यकर्ताओं को मनाने में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता लगे हुए हैं. टिकट न मिलने से बाराबंकी जिले में भी भाजपा के कई दावेदारों में बहुत नाराजगी है. उन्होंने पार्टी से टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय ताल ठोंककर भाजपा के दिग्गजों की मुसीबत बढ़ा दी है.
पार्टी से टिकट कटने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे ऐसे ही एक प्रत्याशी को मनाने के लिए क्षेत्रीय विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष पहुंचे थे. इस दौरान सैकड़ों भाजपा पदाधिकारियों ने उनको घेरकर घंटों विरोध किया. उन्होंने जिले के प्रभारी मंत्री पर नगर निकाय चुनाव में पूंजीपतियों को टिकट देने का आरोप लगाया है. वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ वीडियो कॉल पर बातचीत और मिलने के आश्वासन पर नेता और कार्यकर्ता किसी तरह शांत हुए.
बाराबंकी के सुबेहा नगर पंचायत का मामला
दरअसल, भाजपा नेताओं की नाराजगी का ये पूरा मामला बाराबंकी की सुबेहा नगर पंचायत क्षेत्र का है. यहां अध्यक्ष पद का टिकट कटने के से नाराज और निर्दलीय पर्चा भर चुके बीजेपी नेता मोनू सिंह को मनाने के लिए उनके कार्यालय पर हैदरगढ़ विधायक दिनेश रावत और भाजपा जिलाध्यक्ष शशांक कुशमेस पहुंचे थे. इस दौरान नगर पंचायत सुबेहा के सैकड़ों भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष के साथ विधायक दिनेश रावत को घेर लिया. इस दौरान घंटों विरोध प्रदर्शन किया गया.
कार्यकर्ता बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से फोन पर बात कराने की जिद पर अड़े
इस दौरान मौके पर इकट्ठा सैकड़ों की संख्या में भाजपा नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने मोनू सिंह के समर्थन में जमकर हंगामा किया. सभी भाजपा जिलाध्यक्ष शशांक कुशमेश से प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से फोन पर वार्ता कराने की जिद पर अड़ गए. इसके बाद इन नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बात की. बात करते-करते सभी भावुक हो गए और फूट-फूटकर रोने लगे. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने नगर पंचायत सुबेहा में कार्यकर्ता को टिकट न देकर पूंजीपतियों को टिकट दिया गया है.
सुबेहा नगर पंचायत में पार्टी का कार्यकर्ता खत्म हो जाएगा
आपको बता दें कि मोनू सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष को बताया कि जिले के सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष समेत तमाम भाजपा नेता उनके साथ हैं. लिस्ट में टिप्पणी के साथ पहले नंबर पर नाम गया था, लेकिन फिर भी उनका नाम हटाकर टिकट दूसरे को दे दिया गया. ऐसे प्रत्याशी को भाजपा ने टिकट दिया है, जो पूरी नगर पंचायत में कभी भी नजर नहीं आता. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा में मोदी और योगी जी के सपनों को पूरा नहीं किया जा रहा. वहीं, जिला प्रभारी और प्रदेश मंत्री अर्चना मिश्रा ने उनका नाम लिस्ट से हटवाकर टिकट कटवाया है. अर्चना मिश्रा ने केवल पूंजीपतियों को टिकट दिया है. इस तरह से सुबेहा नगर पंचायत में पार्टी का कार्यकर्ता खत्म हो जाएगा.
प्रदेश अध्यक्ष से कहा
दरअसल, मोनू सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष से कहा कि उन्होंने रात-दिन एक करके भाजपा को सुबेहा में खड़ा किया है. यहां के चौधरी अदनान के सामने भाजपा का कोई नेता नहीं टिकता था. उसका संबंध सपा प्रमुख अखिलेश यादव, मुख्तार अंसारी, आजम खान और अतीक अहमद जैसे लोगों से हैं. लोग उससे डरते थे, लेकिन फिर भी मैंने मेहनत करके एक-एक नेता को भाजपा से जोड़ा है. नगर पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने अपने दो प्लॉट बेच दिए. ऐसे में हम लोग एकदम निराश हैं. यहां का कार्यकर्ता रो रहा है और वह परेशान हैं.
वहीं, इन तमाम बातों को सुनने के बाद प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इसपर काफी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद इस मुद्दे पर जांच की जाएगी. साथ ही उन दोषियों के ऊपर कार्रवाई भी होगी, जिन्होंने बिना सोचे-समझे नगर पंचायत सुबेहा का टिकट कंफर्म करा दिया है. प्रदेश अध्यक्ष ने इन नेताओं को को अपने आवास पर बुलाकर उनसे वार्ता करने के लिए कहा जिसके बाद सभी किसी तरह से शांत हुए.