नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी : यूपी के बाराबंकी जिले में बिजली विभाग के नटवरलाल पूर्व लेखाकार का मकान को बुधवार को पुलिस-प्रशासन ने कुर्क कर दिया. इस पूर्व लेखाकार ने अपने कार्यालय सहायक के साथ फर्जी रसीद के सहारे बिजली विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगाया था. 


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2018 का मामला 
दरअसल, बिजली विभाग में जालसाजी कर विभाग का करोड़ों रुपये राजस्व उड़ाने वाले इन दोनों आरोपियों को बर्खास्त कर साल 2018 में गबन का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद इसी साल जून में इन दोनों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की गई. जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने आरोपी पूर्व लेखाकार की एक करोड़ से ज्यादा की कीमत की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश जारी किया. इस पर बाराबंकी पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई की. 


फर्जी रसीद छपवाकर करोड़ों रुपये गबन किए 
बाराबंकी की फतेहपुर डिवीजन के तत्कालीन अधिशासी अभियंता रणजीत सिंह कनौजिया ने 30 अक्टूबर 2018 को थाना फतेहपुर में एक मुकदमा लिखाया था. इसमें फतेहपुर कार्यालय में कार्यरत कोतवाली नगर के मोहल्ला लखपेड़ाबाग निवासी लेखाकार रजनीश कुमार और लखनऊ के अलीगंज निवासी कार्यालय सहायक सर्वेश कुमार चौधरी को नामजद किया गया था. इन दोनों नटवरलालों को गबन और जालसाजी का आरोपी बनाया था. दोनों पर आरोप है कि इन्होंने मिलकर 8 रसीद बुक को गायब कर दिया. उस एक रसीद बुक में 50 रसीद थी, जिसे इन दोनों ने कर्मचारियों को निर्गत दिखाकर उन्हें वापस जमा भी दिखा दिया. इसके बदले फर्जी रसीद छपवाकर करोड़ों की वसूली कर रुपये गबन कर लिए.


245 रसीद बरामद, 155 का पता नहीं 
इसका राजफाश होने पर दोनों को आलाधिकारियों ने बर्खास्त कर उनके खिलाफ मुकदमा कराया. विभाग ने छानबीन के बाद 245 रसीद बरामद की. इसमें एक करोड़ 12 लाख 30 बजार रुपये का हिसाब मिला था. जबकि 155 सीटों का पता ही नहीं चल सका था. पूरे मामले को लेकर फतेहपुर कोतवाल अनिल कुमार पांडे ने 19 जून 2022 को रजनीश और सर्वेश कुमार चौधरी पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा लिखाया था. बाराबंकी के एएसपी नार्थ पूर्णेंदु सिंह ने बताया कि पुलिस ने रजनीश का मकान और कार समेत बाकी चीजों को चिन्हित किया था. जिसे आज कुर्क कर दिया गया.