UP Dengue Case: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डेंगू दस्तक दे चुका है. प्रदेश में सैकड़ों मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ इस संबंध में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं. जहां उन्होंने अस्पतालों में बेड और दवाओं समेत अन्य जरूरी सुविधाओं को पूरा करने करने के निर्देश दिए हैं. जानिए डेंगू को लेकर गाजियाबाद, एटा, जौनपुर आदि जिलों का क्या हाल है. 


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ग़ाज़ियाबाद में बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले
गाजियाबाद में इस महीने अब तक डेंगू के तकरीबन 200 मामले सामने आए हैं. जिनको प्राथमिक उपचार भी दिया जा रहा है. वहीं, गंभीर स्थिति में आए मरीजों का इलाज इमरजेंसी वार्ड में भी किया जा रहा है. गाजियाबाद जिला अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड भी पूरी तरह तैयार है. जिसमें डेंगू के मरीजों का इलाज किया जाता है. इसके साथ-साथ जहां डेंगू के पेशेंट आ रहे हैं, वहां फॉगिंग का काम भी कराया जा रहा है. 


ताजनगरी में डेंगू की रफ्तार पर लगाम
भले ही डेंगू के डंक से प्रदेश के कई जिले हलकान हों, मगर ताजनगरी आगरा में डेंगू की रफ्तार फिलहाल कंट्रोल में है. डेंगू का पिछला रिकॉर्ड देखते हुए जिला अस्पताल में पीकू वार्ड बनाया गया है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने भी समय रहते डेंगू से निपटने की तैयारी कर ली थी. यही वजह है कि ताजनगरी आगरा में डेंगू के मरीज महज तीन हैं. इससे पूर्व पिछले हफ्ते ये संख्या आठ थी. जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ अशोक अग्रवाल के मुताबिक, जिला अस्पताल।में दिल्ली का एक संदिग्ध मरीज आया था, जो टेस्ट रिपोर्ट में नगेटिव निकला. वर्तमान में चार संदिग्ध मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है. पिछले हफ्ते ही डेंगू से निपटने की तैयारी की समीक्षा करने के लिए दिल्ली से केंद्र सरकार ने ताजनगरी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम आई थी. इस दौरान आगरा स्वास्थ्य विभाग को टीम ने क्लीन चिट थमाई थी.


इटावा में डेंगू के दो केस
इटावा में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी कमर कस ली हो, लेकिन जसवंतनगर इलाके के परसऊआ गांव में हर एक घर में मरीज बुखार से पीड़ित हैं, चाहे वह डेंगू से पीड़ित हो या फिर वायरल फीवर से.  ग्रामीणों की माने तो गांव में बुखार से 2 से 3 लोगों की मौत हो चुकी है. इस गांव के इलाज कराने के लिए मरीज या तो सैफई पीजीआई जा रहे हैं या आगरा कानपुर या जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ डेंगू को लेकर जिला अस्पताल में आपदा वार्ड में 18 बेड तैयार किए गए हैं, जिसमें मरीजों का इलाज किया जा रहा है.  अभी तक जिला अस्पताल में 2 मरीज डेंगू से पीड़ित हैं. उनका इलाज चल रहा है.


जिला अस्पताल की पैथोलॉजिस्ट नीतू दुबे ने बताया कि हमारे जिला अस्पताल में 1 सितंबर से 25 अक्टूबर तक 602 मरीजों का डेंगू टेस्ट किया गया. जिसमें 71 मरीजों की जांच पॉजिटिव आई है जिनके एलाइजा टेस्ट के लिए सैफई पीजीआई भेजा गया है. जिला अस्पताल में डेंगू शिशु वार्ड व अन्य वार्ड बनाए गए हैं. जिनमें मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जिन मरीजों की प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं, उनको सैफई पीजीआई के लिए रेफर किया जाता है. 


संभल में डेंगू की दस्तक
संभल जिले के कई इलाकों में बड़ी संख्या में लोग पिछले 20 दिनों से बड़ी संख्या में लोग जान लेवा डेंगू बुखार की चपेट में हैं. जिले के हजरत नगर गढ़ी गांव में डेंगू बुखार की चपेट में आने से 1 हफ्ते पहले 6 साल के बच्चे की मौत भी हो चुकी है. अभी भी बड़ी संख्या में लोग डेंगू बुखार की चपेट में हैं. हजरत नगर गढ़ी गांव के अलावा चंदौसी, बहजोई , संभल , गुन्नौर असमोली सीएचसी सहित संभल जिला अस्पताल में 60 से 70 डेंगू आशंकित मरीज जांच और इलाज के लिए प्रतिदिन पहुंच रहे हैं, हालंकि सरकारी अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सक डेंगू मरीजों की संख्या चिंताजनक न होने के दावे कर रहे हैं ,लेकिन प्रतिष्ठित पैथोलॉजी लैब संचालक पिछले 7 दिन में डेंगू मरीजों की तादाद बढ़ने की बात कह रहे हैं.


चंदौसी में बढ़ रही डेंगू आशंकित मरीजों की तादाद
चंदौसी में बड़ी संख्या में लोगों के डेंगू बुखार की चपेट में आने के बावजूद जिले के सरकारी अस्पतालों में डेंगू पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए प्लेटलेट्स ,प्लाज्मा और ब्लड बैंक तक के इंतजाम नहीं है, जनपद में एक भी सरकारी ब्लड बैंक नहीं है, तीन निजी ब्लड बैंक हैं, जो की मरीजों की जरूरत के मुताबिक 5 हजार से 10 हजार तक के बीच ब्लड की बिक्री कर रहे हैं. डेंगू आशंकित मरीजों के परिजन सार्वजनिक स्थल, कॉलोनी और गली मोहल्लों में असली गंदगी को भी डेंगू के प्रकोप के लिए जिम्मेदार बता रहे हैं. लोगों का आरोप है की जानलेवा डेंगू के बुखार के प्रकोप से बावजूद पालिका प्रशासन ,ग्राम पंचायत साफ सफाई के प्रति गंभीर नहीं हैं. गंदगी की वजह से मच्छरों और जहरीले कीड़ों का प्रकोप बना हुआ है जिसकी वजह से लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं. 


जौनपुर में डेंगू की चपेट में कई लोग
जौनपुर में डेंगू का कहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. सबसे पहला मामला बदलापुर तहसील के थाने पर सामने आया था. जहां काफी संख्या में पुलिस वाले डेंगू की चपेट में आए तो क्षेत्र में हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में जिला प्रशासन द्वारा पहुंची स्वास्थ्य टीम ने मौके का निरीक्षण कर वहां डेंगू मच्छरों से बचाव के लिए छिड़काव फागी एंटी लारवा आदि का छिड़काव कराया था. अब तक जिले में लगभग 10 सरकारी कर्मचारियों की डेंगू का कारण मौत हो चुकी है, हालांकि जिला प्रशासन द्वारा अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है. 


मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि जिला अस्पताल में 20 बेड को जगह 100 बेड डेंगू मरीजों के लिए लगवा दिया है. सभी सीएचसी और पीएचसी पर भी डेंगू मरीजों के लिए व्यवस्था की गई है. साथ ही नगर पंचायत नगर पालिका व ब्लॉक के अधिकारियों से संपर्क कर एंटी लारवा फागिग आदि की व्यवस्था की गई है. जिससे कि डेंगू मच्छरों को रोका जा सके, आज से घर-घर अभियान चलाकर उसके बारे में जानकारी ली जा रही है.


एटा में जल भराव से पनप रहीं डेंगू जैसी बीमारियां
जनपद एटा में डेंगू जैसी बीमारी से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए है वहीं नगर पालिका प्रसाशन की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है शहर में जगह जगह गंदगी और जल भराव से डेंगू जैसी भयानक बीमारियां पनप रही है. वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद में डेंगू की रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. डेंगू की रोकराम के लिए 14 विभाग की टीमें काम कर रही हैं. 1 जनवरी से अभी तक कुल 17 डेंगू पॉजिटिव केस आये थे. जिनमे से एक केस 10 दिन पहले डेंगू पॉजिटिव आया था. जिसका इलाज करके सही करके उसे घर भेज दिया है.