Childrens Day 2021: नेहरू जयंती पर नहीं 20 नवंबर को मनाया जाता था चिल्ड्रेंस डे, जानें क्यों बदली गई तारीख?
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Childrens Day 2021: नेहरू जयंती पर नहीं 20 नवंबर को मनाया जाता था चिल्ड्रेंस डे, जानें क्यों बदली गई तारीख?

Childrens Day 2021: 14 नवंबर 1889 को नेहरू जी का जन्म हुआ था. उनको बच्चों और गुलाब के फूलों से बहुत प्यार था. बच्चे भी उनको प्यार से चाचा कहकर बुलाते थे. 

Childrens Day 2021: नेहरू जयंती पर नहीं 20 नवंबर को मनाया जाता था चिल्ड्रेंस डे, जानें क्यों बदली गई तारीख?

Childrens Day 2021: पूरे देश में आज यानी 14 नवंबर (14th November) को बाल दिवस (Children's Day) मनाया जा रहा है. यह दिन देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की जयंती का प्रतीक है. बच्चों के द्वारा प्यार से चाचा नेहरू कहने जाने वाले जवाहर लाल ने बच्चों की सर्वांगीण शिक्षा की वकालात की जिससे भविष्य में एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके. चिल्ड्रेंस डे के दिन स्कूलों में पढ़ाई की जगह खेलकूद या फिर अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.तपंडित नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था इसलिए बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू के नाम से बुलाया करते थे. आइए जानतें है बाल दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य.

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पंडित नेहरू को बच्चों से था काफी लगाव
14 नवंबर 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में जन्में जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से खासा लगाव था और बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे. कहते हैं कि बच्चों की शिक्षा और बेहतर जीवन के लिए नेहरू हमेशा अपनी आवाज उठाया करते थे. इतना ही नहीं, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय प्रबंधकीय संस्थान जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना जवाहरलाल नेहरू ने ही की थी. चाचा नेहरू का कहना था कि 'आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. जिस तरह से हम उन्हें लाएंगे, उससे देश का भविष्य निर्धारित होगा.'

भारत में पहले 20 नवंबर को मनाया जाता था बाल दिवस
बहुत कम लोग जानते हैं कि बाल दिवस पहले 14 नवंबर को नहीं बल्कि 20 नवंबर को मनाया जाता था. भारत के अलावा बाल दिवस दुनिया भर में अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है. 27 मई 1964 को नेहरू का निधन हो गया था. फिर नेहरू के जन्मदिन को याद रखने के लिए 14 नवंबर बाल दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया. यह निर्णय नेहरू का बच्चों के प्रति लगाव को देखकर ही लिया गया था.

1964 से 14 नवंबर को भारत में मनाया जाने लगा 
नेहरू के निधन से पहले भारत में भी 20 नवंबर को ही ये दिन मनाया जाता था. 14 नवंबर 1889 को नेहरू जी का जन्म हुआ था. उनको बच्चों और गुलाब के फूलों से बहुत प्यार था. बच्चे भी उनको प्यार से चाचा कहकर बुलाते थे. चाचा नेहरू की डेथ के बाद 14 नवंबर को नेहरू के जन्मदिन को ही बाल दिवस मनाया जाने लगा. अलग-अलग देशों में अलग-अलग तारीखों पर Childrens Day मनाया जाता है. उस समय सर्वसहमति  से फैसला किया गया कि नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाया जाता है.

क्यों मनाया जाता है ये दिन?
इस दिन को मनाने का उद्देश्य पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि देने के अलावा बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ाना भी है. जवाहरलाल नेहरू के शब्दों में, आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. जिस तरह से हम उन्हें पालेंगे, वही देश का भविष्य तय करेगा. इस दिन को बच्चों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के बारे में जागरुक करने के लिए मनाया जाता है. 

धूमधाम से मनाया जाता है Childrens Day
अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में बच्चों की अच्छी परवरिश को बढ़ावा देना है. भारत में 14 नवंबर को खास तौर पर स्कूलों में तरह-तरह की मजेदार गतिविधियां, फैंसी ड्रेस कॉम्पटीशन और कई तरहे के मेलों का आयोजन होता है. बाल दिवस बच्चों को समर्पित भारत का एक राष्ट्रीय त्योहार है. 

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