Gangajal in Greater Noida : उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर की दस लाख की आबादी को निशुल्क गंगाजल आपूर्ति का तोहफा मिला है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को ग्रेटर नोएडा गंगाजल की पेयजल आपूर्ति की बड़ी सौगात दी. नोएडा (Noida) में गंगा जल आपूर्ति तो काफी पहले शुरू हो गई थी, लेकिन ग्रेटर नोएडा के बाशिंदे पिछले 17 वर्षों से इसकी प्रतीक्षा कर रहे थे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गंगाजल परियोजना से 85 क्यूसेक वाटर ग्रेटर नोएडा के घर-घर तक पहुंचेगा. अभी 28 आवासीय सेक्टर तक गंगा वाटर पहुंचा है. मार्च 2023 तक और 38 सेक्टरों तक गंगा वाटर (Ganga Water) पहुंचेगा.


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योगी ने कहा, पहले लोग गंगा स्नान के लिए जाते थे अब गंगा मैया आपके घर खुद आ रही हैं. हमने विकास के मार्ग में अवरोध बनते थे, वो अब हट रहे हैं. हमने पहले ही कहा था कि हम किसान, नौजवान के साथ बातचीत करेंगे और माफिया प्रवृति के लोगों से सख्ती से निपटेंगे. हम तमाम प्रोजेक्ट के साथ-साथ स्मार्ट सिटी मिशन के साथ आगे बढ़ रहे हैं. नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यमुना अथॉरिटी बेहतरी के लिए काम कर रही है.


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उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार से गंग नहर (Gang Nahar) के माध्यम से देहरा वाटर प्लांट तक जल आपूर्ति के बाद गंगा जल की निर्बाध आपूर्ति (Water Supply) की योजना करीब एक माह पहले मुकम्मल की जा चुकी थी. अब इसका उद्घाटन हुआ है. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन अरविंद कुमार और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सीईओ ऋतु माहेश्वरी वाटर प्लांट में गंगाजल आपूर्ति का मुआयना कर चुकी हैं.


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हापुड़ गंगा कैनाल से 23 किमी लंबी पाइपलाइन
हापुड़ गंगा कैनाल (Hapur Ganga Canal) की 23 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन से जैतपुर के केंद्रीय जलाशय तक पानी पहुंच चुका था. सीएम की हरी झंडी के साथ गंगा वाटर सप्लाई शुरू हो चुकी है. बीते 2-3 महीनों से गंगा जल की शुद्धता, पाइपलाइन से जलापूर्ति की टेस्टिंग का काम युद्धस्तर पर चल रहा था.पहले तैयारी दीपावली (Diwali) के पहले ही ग्रेटर नोएडा को गंगाजल का तोहफा देने की थी, लेकिन कुछ देरी रह गई. ग्रेनो में गंगाजल आपूर्ति से यहां पॉश सोसायटी में वाटर सप्लाई को लेकर लंबे समय से चली आ रही दिक्कत भी दूर हो गई है.


800 करोड़ का खर्च
गंगाजल ग्रेटर नोएडा में जैतपुर जलाशय से घरों तक पहुंचेगा. ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक, आम्रपाली, गौर सिटी, स्टेलर, कासा ब्लांका, महागुन जैसे कई प्राइवेट बिल्डरों की बड़ी सोसायटी हैं. साथ ही बिसरख, बिसाहड़ा, हैवतपुर, कैलासपुर, खानपुर, साकीपुर, खैरपुर, घोड़ी बछेड़ा, इटेहरा जैसे बड़ी आबादी वाले गांव भी हैं. ग्रेटर नोएडा में करीब 85 क्यूसेक गंगाजल गंगाजल आपूर्ति की परियोजना पर लगभग 800 करोड़ रुपये की लागत आई है. गंगाजल आपूर्ति का लाभ 10-12 लाख की जनसंख्या को मिलेगा. 


सीएम योगी का 2 दिन का दौरा
सीएम योगी आदित्यनाथ 31 अक्टूबर को 2 दिन के नोएडा दौरा पर रहे. उन्होंने यूपी के पहले डेटा सेंटर का भी सोमवार को उद्घाटन किया था. फिर 1 नवंबर को गंगाजल परियोजना का शुभारंभ किया. गंगाजल पाइपलाइन से घर-घर पहुंचने के बाद RO की आवश्यकता नहीं होगी.  23 किमी लंबी यह पाइपलाइन पूरी तरह भूमिगत है और अंडरग्राउंड रिजर्वायर (भूमिगत जलाशय) भी है.


40 फीसदी आबादी को फिलहाल लाभ
गंगाजल परियोजना के पहले चरण में ग्रेटर नोएडा की 40 प्रतिशत आबादी को हर घर जल का फायदा पहुंचेगा. इसमें ग्रेटर नोएडा के 22 बड़े सेक्टरों को जलापूर्ति होगी.इसमें तीन बड़े इलाके सेक्टर ईटा, नॉलेज पार्क और गोल्फ कोर्स में पानी पहुंचेगा. इनके जलाशयों से बड़े टैंकों में वाटर सप्लाई होगी. नॉलेज पार्क (Knowledge Park) के जलाशय से नॉलेज पार्क सोसायटी, ओमेगा वन और अन्य आसपास के इलाकों में पानी की समस्या दूर होगी. सेक्टर ईटा के जलाशय से ईटा 1-2, डेल्टा 1-2-3 में गंगाजल आपूर्ति होगी. गोल्फ कोर्स रिजर्ववायर से सेक्टर अल्फा 1, बीटा 1-2 और गामा 1-2 में गंगा जल आपूर्ति होगी.