Guru Pushya Yoga 2023: 12 साल बाद गुरु पुष्‍य का महासंयोग, विष्णु-लक्ष्मी की ऐसे करें पूजा बरसेगी धन दौलत
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Guru Pushya Yoga 2023: 12 साल बाद गुरु पुष्‍य का महासंयोग, विष्णु-लक्ष्मी की ऐसे करें पूजा बरसेगी धन दौलत

Guru Pushya Yoga 2023: इस बार कल यानी 27 अप्रैल को गुरु पुष्‍य योग बन रहा है. यह साल का सबसे लंबा गुरु पुष्‍य योग होगा. खास बात यह है कि 12 साल गुरु का मेष राशि में प्रवेश हो रहा है. इसी राशि में गुरु उदित भी हो रहा है.

Guru Pushya Yoga 2023: 12 साल बाद गुरु पुष्‍य का महासंयोग, विष्णु-लक्ष्मी की ऐसे करें पूजा बरसेगी धन दौलत

Guru Pushya Yoga 2023: पुष्‍य योग हर महीने पड़ता है. जिस माह यह गुरुवार के दिन पड़ता है तो इसे गुरु पुष्‍य योग कहते हैं. वहीं, जिस माह यह रविवार को पड़ता है तो उसे रवि पुष्‍य योग कहा जाता है. इस बार कल यानी 27 अप्रैल को गुरु पुष्‍य योग बन रहा है. यह साल का सबसे लंबा गुरु पुष्‍य योग होगा. खास बात यह है कि 12 साल गुरु का मेष राशि में प्रवेश हो रहा है. इसी राशि में गुरु उदित भी हो रहा है. ऐसे में इस बार गुरु पुष्‍य पर अक्षय तृतीया के समान लाभकारी होगा. 

इनकी पूजा करें 
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, गुरु उदित के दिन बन रहे शुभ संयोग में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही लक्ष्‍मी नारायण की दूध, दही, शहद, घी, गंगाजल आदि से पंचामृत स्‍थान कराकर पूजा पाठ करनी चाहिए. ऐसा करने से जीवन में उन्‍नति होगी. नौकरी और व्‍यापार में बढ़ोतरी होगी. इसके साथ ही आयु, आरोग्‍य, समृद्धि होगी. रुके काम पूरे हो जाएंगे.  

कब तक रहेगा शुभ योग 
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, गुरुवार यानी 27 अप्रैल को पुष्य नक्षत्र की शुरुआत सूर्योदय के डेढ़ घंटे बाद होगा. इसका समापन अगले दिन 28 अप्रैल को सूर्योदय तक होगा. इस हिसाब से गुरु पुष्‍य का संयोग करीब 23 घंटे रहेगा. इसके अलावा इस दिन पंच महायोग का शुभ योग पूरे दिन रहेगा. इसमें हंस, गजकेसरी, बुधादित्य, सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग का निर्माण  रहेगा. वहीं, इस दिन ग्रहों की चाल की बात करें तो चंद्रमा, शुक्र और शनि स्वयं की राशि में विराजमान रहेंगे.  

पूजन अनुष्‍ठान के लिए अच्‍छा दिन 
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, इस दिन ग्रह गोचर की स्थिति बहुत अच्छी बन रही है. शनिदेव अपनी ही कुंभ राशि में विराजमान हैं. चंद्र देव अपनी ही कर्क राशि में विराजमान हैं. सूर्य अपने उच्च ग्रह के राशि मेष में है. इस तरह से ग्रह की स्थिति परिस्थिति बहुत अच्‍छी है, जो कि हर कार्य के लिए हर पूजन अनुष्ठान के लिए हर तरह की शुभ कार्य के लिए अच्छा दिन है.

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