जयपाल/वाराणसी: अपने घाटों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध उत्तर प्रदेश के वाराणसी के एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट (Kashi Vishwanath Mandir Trust) पर विवाद छिड़ा है. होल्कर समाज (Holkar Samaj) के लोगों ने यहां बड़ा ऐलान किया. होल्कर समाज के लोगों ने काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को अवैध बताया. साथ ही लोगों ने मंदिर में हिस्सेदारी की मांग की है. होल्कर समाज के लोगों ने मांगे न मानने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. फिलहाल, यह मामला वाराणसी के साथ-साथ पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है.


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लोगों ने निकाली कलश यात्रा
दरअसल, 31 मई बुधवार को महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 298वीं जयंती है. इस मौके पर लोगों ने दर्शन पूजन कर कलश यात्रा निकाली. लोगों का कहना है राजमाता अहिल्याबाई होल्कर ने काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कराया. लोगों की मांग है कि दीवार पट पर महारानी का नाम होना चाहिए. साथ ही लोगों की मांग है कि 31 मई को अवकाश घोषित किया जाए. इसके अलावा अहिल्याबाई होल्कर के लोगों को मंदिर में  हिस्सेदारी मिलनी चाहिए.


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मांगे न मानने पर दी आंदोलन की चेतावनी
जानकारी के मुताबिक बुधवार को करीब आठ सौ से नौ सौ लोगों ने जलाभिषेक किया. इसके बाद चार नंवर गेट पर भारी संख्या में इकट्ठा होकर लोगों ने मांग की. होल्कर समाज के लोगों की मांग है कि उन्हे विरासत सौंपी जाए. लोगों ने मांगे नहीं माने जाने पर होगा बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है. लोगों ने कहा जब तक अहिल्याबाई होल्कर के लोगों को ट्रस्ट में शामिल नहीं किया जाता तब तक वे ट्रस्ट को मान्यता नहीं देंगे. आपको बता दें काशी विश्वनाथ मंदिर अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है. पूरी दुनिया से लोग इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं.


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