केदारनाथ में खुलेगा अस्पताल, 25 जनवरी तक प्रदेश में भरे जाएंगे ANM व नर्सिंग के रिक्त पद
केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं से जुड़ी कोई परेशानी न हो, इसके लिए जल्द ही हॉस्पिटल का निर्माण कराया जाएगा. जानिए क्या है सरकार की योजना.
कमल किशोर पिमोली/पौड़ी:आस्था के केंद्र भोलेनाथ के दरबार केदारनाथ में जल्द ही 50 बेड का अस्पताल खोला जाएगा. इससे यात्रा के दौरान जिन यात्रियों का स्वास्थ्य केदारनाथ में खराब हो जाता है या आपात स्थिति में उन्हें वहीं उपचार मिल सके. राज्य के स्वास्थय मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में स्वास्थय विभाग की 4 बैठकों की समीक्षा की. आयोजित बैठक में रूद्रप्रयाग व पौड़ी जिले के अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में कई अहम फैसले लिए गये. स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि केदारनाथ में 15 लाख से ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं. ऐसे में रूद्रप्राग जिले के यात्रा रूट पर एक उप जिला अस्पताल बनाएं व केदारनाथ में 50 बेड का अस्पताल बनाने को लेकर फैसला लिया गया है. साथ ही उन्होनें बताया कि जेएनएम, एनएम समेत नर्सो, डॉक्टरों के रिक्त पदों को एनएचएम के माध्यम से 25 जनवरी से पूर्व भर्ति प्रक्रिया पूरी की जाएगी. उन्होंने कहा कि जल्द 40 नये सर्जन प्रदेश को मिल जाएंगे, 2024 तक सर्जनों की कमी भी पूरी तरह खत्म हो जाएगी.
केदारनाथ में हो रहे विकास के कई कार्य
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम का विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का हिस्सा है. केंद्र और राज्य सरकार यहां तमाम बुनियादी और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहे हैं. इसी कड़ी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए केदारनाथ ट्रेक और केदार घाटी में विशेष सुविधाओं के निर्माण और विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसी तरह देहरादून से बदरीनाथ, केदारनाथ व केदारनाथ वैली से बदरीनाथ, गौचर से केदारनाथ आदि अतिरिक्त रूट पर हेली सर्विस शुरू करने की तैयारी है. इस संबंध में यूकाडा अपने स्तर से प्रस्ताव का परीक्षण कर शासन को मुहैया कराएगा.
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रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे
इस साल केदारनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इस वर्ष 15 लाख 63 हजार 275 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. इस साल जहां बद्रीनाथ धाम में 17 लाख 60 हजार से भी अधिक तीर्थयात्री दर्शनों के लिए पहुंचे तो वहीं बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों में 33 लाख श्रद्धालु पहुंचे. यात्रा से बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति को 33 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कोविड-19 के बाद की सबसे अधिक आदमनी है.