कानपुर देहात : SDM के कहने पर तोड़ा गया था शिव मंदिर, घटना के वीडियो ने खोले राज
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कानपुर देहात : SDM के कहने पर तोड़ा गया था शिव मंदिर, घटना के वीडियो ने खोले राज

Kanpur Dehat Case : कानपुर देहात में मां-बेटी की जलकर मौत मामले में घटना के दिन का एक और वीडियो एसआईटी टीम के हाथ लगा. घटना का एक और वीडियो SIT के हाथ लगी. अब खुलेगी परत-दर-परत 

कानपुर देहात : SDM के कहने पर तोड़ा गया था शिव मंदिर, घटना के वीडियो ने खोले राज

आलोक त्रिपाठी/कानपुर देहात : कानपुर देहात के मड़ौली में आग से जिंदा जलकर मां-बेटी की मौत मामले से जुड़ा एक और वीडियो सामने आया है. यह वीडियो घटना वाले दिन का बताया जा रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद गांव के उस चबूतरे को तुड़वा रहे हैं, जहां शिवलिंग स्थापित है. 

पुलिस रोकती रही, लेकिन एसडीएम नहीं माने 
वहीं, रूरा थाना प्रभारी दिनेश गौतम उसे तोड़ने से मना करते हैं. बाद में एसडीएम के कहने पर जूते उतारकर चबूतरे पर चढ़ जाते हैं. थानेदार शिवलिंग के पैर छूकर हाथ जोड़ते हैं और उसे हाथ से हिलाने की कोशिश करते हैं. इसके बाद मना कर देते हैं. 

SDM के आदेश पर ही सब कुछ हुआ 
एसडीएम जेसीबी के ड्राइवर से शिवलिंग को हिलाने के लिए बोलता है. जेसीबी ड्राइवर के चबूतरा तोड़ने के दौरान नंदी की प्रतिमा टूट जाती है. थानेदार नंदी की प्रतिमा को तौलिया में लपेटकर अपनी गाड़ी में रख लेते हैं. ग्रामीणों की मानें तो एसडीएम के आदेश पर ही सब कुछ हो रहा था. पुलिस तो सिर्फ प्रशासनिक अफसरों के आदेश का पालन कर रही थी.

SIT की जांच में सामने आया वीडियो
बता दें कि मड़ौली कांड में एसडीएम (SDM) समेत 39 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है. SIT मामले की जांच कर रही है. एसआईटी की जांच में यह वीडियो सामने आया है. मां-बेटी की मौत मामले में प्रशासनिक अफसरों के साथ ही पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं, लेकिन एसआईटी जांच में मिले वीडियो से पता चला है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी भी पुलिसकर्मी ने कोई जोर जबरदस्ती नहीं की.

लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्‍त कर रही थी पुलिस
वीडियो में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद यह कहते दिखाई रहे हैं कि पहले मंदिर में जेसीबी चला दो. इससे एक बात तो साफ है कि बुलडोजर प्रशासनिक अफसरों की सह पर चल रहा था. वहां मौजूद पुलिस सिर्फ लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए मौजूद थी. 

SIT ने 10 वीडियो जांच में शामिल किए
टीम ने इस वीडियो को भी अपनी जांच में शामिल कर लिया है. पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल के जवाब में यह वीडियो बेहद अहम है. इसके साथ ही टीम ने अलग-अलग करीब 10 वीडियो जांच में शामिल किए हैं. लेकिन, प्रशासनिक अफसरों की ओर से मौके पर कराई गई वीडियोग्राफी अभी तक प्रशासनिक अफसर टीम को नहीं सौंप सके हैं.

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