कानपुर में मेट्रो के पहले सफल Trail Run पर UPMRC के एमडी कुमार केशव ने पूरी टीम को बधाई दी है. बताया जा रहा है कि इस दौरान मेट्रो की रफ्तार करीब 10-15 प्रति/किलोमीटर थी. डिपो के अंदर इसे अधिकतम 30 किलोमीटर की रफ्तार से चलाया जाएगा.
Trending Photos
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर (Kanpur City) में पहली बार मेट्रो टेस्ट ट्रैक पर चलती दिखी. यह ट्रायल सोमवार शाम को शुरू हुआ. मेट्रो का ट्रायल तीन डिब्बों के साथ शुरू किया गया. इसके साथ ही सिग्नल के साथ रुकने, चलने का ट्रायल किया गया. ट्रेन के अंदर से ही इसके दरवाजे खोलने और बंद करने की चेकिंग की गई. आगामी 28 अक्टूबर को मेट्रो मुख्य ट्रैक पर स्पीड ट्रायल करेगी.
मेट्रो एमडी ने दी बधाई
UPMRC द्वारा काफी तेज और व्यवस्थित तरीके से मेट्रो का काम कराया जा रहा है. ऐसे में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि कानपुर के लोगों को दीपावली पर मेट्रो का तोहफा मिल सकता है. कानपुर में मेट्रो के पहले सफल ट्रायल पर एमडी कुमार केशव (MD Kumar kesav) ने बधाई दी है.
3.90 किमी चली मेट्रो
मेट्रो प्रशासन के मुताबिक पॉलिटेक्निक स्थित डिपो में 650 मीटर ट्रैक पर मेट्रो ट्रेन ने 3 राउंड लगाए. मतलब मेट्रो ने 650 ट्रैक के 6 चक्कर लगाए. कानपुर में अगर परिचालन शुरू होता है, तो यूपी का मेट्रो परिचालन में तीसरा राज्य बन जाएगा.
[Kanpur Metro Updates] Trial test of first 3-coach train supplied by @AlstomIndia is started on test track of Govt Polytechnic depot of Kanpur Metro Rail Project. Kudos to @OfficialUPMetro and @Alstom team.#kanpurmetro #metrorailtoday pic.twitter.com/YTpHpPIWzD
— Metro Rail Today (@metrorailtoday) October 25, 2021
कई मेट्रो स्टेशन लगभग बनकर तैयार
जानकारी के मुताबिक, कई मेट्रो स्टेशन (Metro Station) बनकर लगभग तैयार हो चुके हैं. मेट्रो की तीन ट्रेनें डिपो में पहुंच चुकी हैं. कहा जा रहा है कि कानपुर में मेट्रो के पहले सफल ट्रायल रन पर UPMRC के एमडी कुमार केशव ने पूरी टीम को बधाई दी है. बताया जा रहा है कि इस दौरान मेट्रो की रफ्तार करीब 10-15 प्रति/किलोमीटर थी. डिपो के अंदर इसे अधिकतम 30 किलोमीटर की रफ्तार से चलाया जाएगा.
बता दें कि कानपुर में पहले फेस में आईआईटी (IIT) से मोतीझील के बीच मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जाना है. मेट्रो का ट्रायल रन 15 नवंबर से रिसर्च एंड डिजाइन स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) की देखरेख में होना है. खास बात है कि कानपुर मेट्रो के स्टेशन ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी भी लोगों को देंगे.
चाचा ने भतीजे से मिलने फिर दिखाई बेताबी: कहा-जरा भी राजनीतिक सोच-समझ है तो अखिलेश जरूर आएं साथ
WATCH LIVE TV