Kanpur Kalma Vivad: 4 महीने पहले खत्म हो गई थी स्कूल की मान्यता, कलमा पढ़ाने वाले स्कूल पर BJP कार्यकर्ताओं ने छिड़का गंगाजल
Kanpur School Kalma Vivad: जानकारी मिल रही है कि फिलहाल स्कूल बंद कर दिया गया है और जांच में पाया गया है कि स्कूल नियम-कानूनों को ताक पर रखकर चलाया जा रहा है...
Kanpur School Kalma Dispute: कानपुर के फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना कराए जाने पर हंगामा खड़ा हो हुआ, जो अब बढ़ता चला जा रहा है. अभी तक खबर मिली थी कि अभिभावकों के हंगामा करने के बाद स्कूल प्रशासन ने फैसला लिया है कि स्कूल में किसी धर्म की प्रार्थना नहीं होगी, बस राष्ट्रगान गाया जाएगा. लेकिन, अब मामला बढ़ता दिखाई दे रहा है. दरअसल, इस स्कूल पर गंगाजल डालकर इसका शुद्धिकरण किया गया है. साथ ही, जांच में एक बड़ा खुलासा भी हुआ है. पाया गया है कि यह स्कूल अभी तक नियमों को ताक पर रखकर संचालित किया जा रहा था, यानी स्कूल अभी तक फर्जीवाड़े से चल रहा था.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्कूल पर छिड़का गंगाजल
गौरतलब है कि कानपुर के फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों को कलमा पढ़ाए जाने का मामला सामने आने के बाद जमकर हंगामा हुआ. इसकेब बाद बीजेपी कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए और कैंपस के बाहर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. वहीं, बीजेपी पार्षद महेंद्र शुक्ला दद्दा ने स्कूल में गंगाजल का छिड़काव कर उसका शुद्धिकरण किया. इस दौरान स्कूली बच्चों ने बताया कि उन्हें रोजाना स्कूल प्रेयर में कलमा पढ़ाया जाता था. जो बातें पढ़ाई जाती थीं, उसका उन्हें शाब्दिक अर्थ नहीं मालूम है.
स्कूल को कर दिया गया बंद
हंगामा ज्यादा बढ़ा तो एडीएम सिटी अतुल कुमार मौके पर पहुंचे और विद्यालय प्रबंधन से बातचीत की. जानकारी के मुताबिक, फिलहाल स्कूल को बंद कर दिया गया है. वहीं, एडमिन सिटी का कहना है कि लिखित शिकायत मिलने पर जांच शुरू की जाएगी.
शिक्षा विभाग के संरक्षण देने का आरोप
वहीं, बच्चों को कलमा पढ़ाए जाने की सूचना के बाद जब जांच शुरू हुई तो एक बड़ा खुलासा हुआ. पाया गया कि फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल नियमों को ताक पर रखकर चलाया जा रहा था. बताया जा रहा है कि पीरोड और गांधी नगर में फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल का फर्जीवाड़ा चल रहा था. पनकी स्थित फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल की मान्यता मार्च में ही खत्म हो गई थी. इस अवैध स्कूल की पुष्टि सीबीएसई बोर्ड के कोऑर्डिनेटर बलवंत सिंह ने की है. बताया जा रहा है कि अभी तक यह स्कूल खुद को सीबीएसई बताकर अभिभावकों से पैसा वसूली कर रहा था. साथ ही, शिक्षा विभाग पर भी आरोप है कि हर महीने वसूली के एवज में विभाग इस स्कूल को संरक्षण दे रहा था.
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