श्याम जी तिवारी/कानपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में अब शहर के बड़े बिल्डर का नाम सामने आ रहा है. कानपुर हिंसा (Kanpur Hinsa) के बाद जफर हयात के अलावा सबसे ज्यादा विवादों में रहने वाला नाम हाजी वसी (Haji vasi) का सामने आया है. वसी पर आरोप है कि उसने ही कथित रूप से हिंसा के आरोपी हयात जफर हाशमी (Hayat Jafar Hashmi) को फंडिंग की है. ये भी आरोप है कि वसी ने शहर भर में सौ करोड़ की अवैध बिल्डिंगें खड़ी कर दीं.हाजी वसी का नाम CAA के विरोध प्रदर्शन में भी सामने आया था. 


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हाजी मोहम्मद ने खड़ी की अवैध इमारतें
आरोप है कि बिल्डर हाजी मोहम्मद वसी ने दी सौ करोड़ की अवैध इमारतें खड़ी की हैं. हिंसा के आरोपी हयात जफर हाशमी को फंडिंग करने में भी वसी का नाम सामने आया है. जानकारी के मुताबिक पुलिस अधिकारियों ने रजिस्ट्री ऑफिस से दस्तावेज मांगे हैं.  पुलिस को शहर में वसी की 31 बिल्डिंगों की जानकारी मिली है, ये सभी इमारतें अवैध हैं.  इनमें 11 बिल्डिंगों के नक्शे ही दाखिल नहीं किए गए. रिश्तेदारों और करीबियों के नाम पर जमीनों में निवेश किया गया है. आयकर विभाग दस सालों में करोड़ों रुपये की कमाई को लेकर पड़ताल करेगा.


आयकर विभाग करेगा पड़ताल
इस मामले में  हाजी मोहम्मद वसी की दस सालों में करोड़ों रुपये की कमाई को लेकर आयकर विभाग भी पड़ताल करेगा. वहीं कानपुर विकास प्राधिकरण यानी केडीए में तैनात रहे अधिकारियों पर भी जांच की तलवार लटकी हुई है. कानपुर हिंसा में माना जा रहा है कि वसी ने हयात के साथ मिलकर नई सडक़ पर हिंसा को अंजाम दिया और भीड़ को पथराव के लिए भड़काया था.


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