छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त रहने के टिप्स देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने जगदीश गांधी पर तंज कसा था, उन्होंने कहा था कि ऐसे प्रबंधक रहेंगे तो अच्छे नंबर लाने का दबाव होना स्वाभाविक है. आइए जानते हैं कौन हैं जगदीश गांधी
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लखनऊ: शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ परीक्षा पे चर्चा के दौरान कहा था कि ''जगदीश गांधी जैसे प्रबंधक हों तो अच्छे नंबर लाने का दबाव स्वाभाविक है.'' सीएम ने मुस्कुराते हुए जिस तरह ये बात कही उससे इसे तंज माना जा रहा है. सीएम ने आगे कहा कहा था कि अच्छे नंबर के दबाव में बच्चे फिर अवसाद में चले जाते हैं. तनाव में कभी भी पढ़ाई नहीं करनी चाहिए.
सीएम ने जिस जगदीश गांधी को लेकर ये बात कही वह लखनऊ की मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) संस्थापक हैं. जगदीश गांधी द्वारा स्थापित स्कूल कुछ सालों पहले राइट टू एजुकेशन को लेकर भी विवादों में रह चुका है. यह मामला कोर्ट तक पहुंचा था. जगदीश गांधी कथित रूप से अपने सामाजिक कार्यों और आयोजन को लेकर अक्सर सूर्खियों में रहते हैं.
डॉ. जगदीश गांधी का जन्म 10 नवम्बर 1936 को अलीगढ़ के ग्राम बरसौली में हुआ. वह खुद को महात्मा गांधी की अहिंसा, सेवा, सादगी एवं सर्व-धर्म सेवाभाव की शिक्षा से प्रभावित बताते हैं. जगदीश गांधी के के दूसरे प्रेरणा स्त्रोतों में विश्व शान्ति के प्रबल समर्थक क्रान्तिकारी राजा महेन्द्र प्रताप रहे हैं. जगदीश गांधी का दावा है कि वह विनोबा भावे के सम्पर्क में आये और संत विनोबा भावे के ‘जय जगत’ के नारे ने उन्हें अत्यधिक प्रभावित किया. बताया जाता है कि ‘जय जगत’ की भावना को और ‘जय जगत’ शब्द को सीएमएस के ध्येय वाक्य के रूप में उन्होंने अपनाया है.
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सिटी मान्टेसरी स्कूल ने कुछ महीने पहले 'विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 23वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन' का आयोजन किया था, जिसमें जिसमें मारीशस के राष्ट्रपति श्री पृथ्वीराजसिंग रूपन के साथ ही 150 से अधिक मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों और राष्ट्र प्रमुखों ने शिरकत किया था.
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