पारस गोयल/ मेरठ: उत्तर प्रदेश के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोo संगीता शुक्ला ने महिलाओं और लडकियों के लिए एक नई सेवा की शुरुवात की है. अब विश्वविद्यालय में किसी भी महिला, दिव्यांग या वृद्ध को काम हो और उनके पास वाहन नहीं है. तो अबसे उनको पैदल जाने की जरूरत नहीं है. जी हां कुलपति ने विश्वविद्यालय में ई-रिक्शा की सेवा शुरू की है. अब किसी भी महिला, दिव्यांग, या वृद्ध को काम के लिए विश्वविद्यालय में पैदल नहीं चलना पड़ेगा. अब से काम के लिए जिस भी विभाग में जाना है, तो ई-रिक्शा उन्हे उसी विभाग के सामने उतरेगा उतारेगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जल्द आएगा एक और ई- रिक्शा
कुलपति ने जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही आने जाने वालों की सुविधा के लिए विश्वविद्यालय में एक और ई रिक्शा आएगा. जो विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खड़ा रहेगा. इस पहल से आने-जाने वालों को बहुत ही आसानी होगी और उनका समय बचेगा.



सोलर-ऊर्जा से चार्ज होगा ई-रिक्शा
बिजली बचाने के लिए जिस ई-रिक्शा का विश्वविद्यालय में शुभारंभ किया गया है. उसको चार्ज करने के लिए ई-रिक्शा पर ही सोलर पैनल लगाया गया है. इससे बिजली तो बचेगी ही. साथ ही विश्वविद्यालय में आने जाने वाली छात्राओं को भी काफी लाभ होगा और उनका समय बचेगा.


कुलपति संगीता शुक्ला ने किया शुभारंभ
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने बुधवार को ई-रिक्शा का शुभारंभ किया. उदघाटन करने के बाद कुलपति ने ई-रिक्शा को स्वयं चलाया. कुलपति ने मुख्य द्वार से राजा महेंद्र प्रताप पुस्तकालय तक और पुस्तकालय से गेट तक ई रिक्शा चलाया.