संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है, जाति पंडितों ने बनाई जो गलत है..भगवान के लिए हम सभी एक हैं..इस बयान पर सियासी माहौल गरमा गया है..भागवत के समर्थन में बीजेपी है तो शिवसेना निशाना साध रही है...
Trending Photos
Mohan Bhagwat Statement: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने समाज में फैली जाति व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है. संघ प्रमुख ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार कोई छोटा-बड़ा नहीं होता,पंडित लोग झूठ बोलते हैं. ये बयान उन्होंने संत रविदास जयंती कार्यक्रम में मुंबई में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में दिया था. भागवत ने कहा कि हमारे समाज को बांटकर लोगों ने हमेशा से फायदा उठाया है. संघ प्रमुख के बयान पर RSS ने वीडियो जारी कर सफाई दी है.
कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख ने कहा था कि सत्य ही ईश्वर है, सत्य कहता है कि मैं सर्वभूति हूं, रूप कुछ भी रहे योग्यता एक है, ऊंच-नीच नहीं है, शास्त्रों के आधार पर कुछ पंडित जो बताते हैं, वो झूठ है। जाति की श्रेष्ठता की कल्पना में ऊंच-नीच में अटक कर हम गुमराह हो गए, भ्रम दूर करना है।
VIDEO : मोहन भागवत के बयान पर सियासी भूचाल, बीजेपी बचाव में उतरी तो शिवसेना-कांग्रेस ने हमला बोला
हम संघ प्रमुख की बातों का मार्गदर्शन करते हैं-केशव प्रसाद मौर्य
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं संघ का सेवक हूं. वह जो भी कुछ कहते हैं हम उसका मार्गदर्शन करते हैं. केशव प्रसाद मौर्य ने संघ के जातिवाद वाले बयान पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.
RSS के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने दी सफाई
संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर मचे बवाल के बीच आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख मराठी में बोल रहे थे. इसमें पंडित का शब्द विद्वान से है. इसलिए संघ प्रमुख के बयान को उचित अर्थ में ही लिया जाना चाहिए. उन्होंने वीडियो बयान जारी कर कहा कि संघ प्रमुख के बयान का गलत अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए.
बाबा बालक नाथ ने किया मोहन भागवत के बयान समर्थन
अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ में मोहन भागवत के बयान पर कहा कि मोहन भागवत ने सनातन धर्म की बात कही है. इस बयान में जाति की बात नहीं कही है. भगवान ने संसार की रचना की है और सबसे श्रेष्ठ उत्पत्ति मनुष्य है. ऐसे में भागवत जी का बयान यथार्थ से पूर्ण है. बाबा बालक नाथ ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कांग्रेस का कल्चर है वह जाति बिरादरी के आधार पर लड़ाना चाहती है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भागवत को आगे आना चाहिए
रामचरितमानस की चौपाई के बहाने जातिवाद के मुद्दे पर बयानबाजी कर रहे समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के बयान से बल मिल गया है. बता दें कि रविवार को भागवत ने भारतीय समाज में जातिवाद पर बयान देते हुए कहा कि पंडितों ने सभी श्रेणी बनाई. अब मौर्य ने इस बयान को धर्म के ठेकेदारों की कलई खोलने वाला बताते हुए कहा कि अब रामचरितमानस से आपत्तिजनक टिप्पणी हटाने के लिए आगे आना चाहिए.
संघ प्रमुख के बयान पर संजय राउत का निशाना
मोहन भागवत के बयान पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने भी निशाना साधा. संजय राउत ने कहा कि उनकी द्वारा कही गई बातें समाज में एकता रखने के लिए बेहद जरुरी हैं, लेकिन समाज तोड़ने का काम कौन कर रहा है? आपके लोग ही कर रहे हैं. तो सबसे पहले आप यह बात जो लोग सत्ता में बैठे हैं उन्हें समझाइए.
क्या बोला RSS मोहन भागवत ने?
मुंबई में संत रविदास (संत रोहिदास) की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान RSS प्रमुख मोहन भागवत ने जाति व्यवस्था पर कहा कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है बल्कि जाति पंडितों ने बनाई है. उन्होंने कहा कि भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक है. उनमें कोई जाति या वर्ण नहीं है.श्रेणी पंडितों ने बनाई, जो गलत है. देश में चेतना और विवेक सब एक हैं। उनमें कोई अंतर नहीं, बस मत अलग-अलग हैं। जब हर काम समाज के लिए है, तो फिर कोई ऊंच-नीच कैसे हो गया।' यहां पर उन्होंने कहा था कि हर कोई नौकरियों के पीछे भागता है. सरकारी नौकरियां केवल 10 प्रतिशत के आसपास हैं, जबकि अन्य नौकरियां लगभग 20 प्रतिशत हैं। दुनिया का कोई भी समाज 30 प्रतिशत से अधिक नौकरियां पैदा नहीं कर सकता है.
बता दें कि रामचरितमानस की एक चौपाई को लेकर छिड़े विवाद के बीच मोहन भागवत ने ये बयान दिया है. गौरतलब है समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिन पर हमें आपत्ति है. इसमें वह शुद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं. Swami Prasad Maurya : स्वामी प्रसाद मौर्य ने धर्माचार्यों को फिर दी चुनौती, रामचरित मानस के विवादित अंशों को हटाने को लेकर फिर भड़के