आकाश शर्मा/मुरादाबाद: मुरादाबाद के हिंदू महाविद्यालय में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है. यह ड्रेस कोड सभी छात्र-छात्राओं पर लागू कराए जाने को लेकर महाविद्यालय स्टाफ जोर-शोर पर काम कर रहा है, महाविद्यालय प्रशासन की तरफ से एडवाइजरी जारी कर दी गई है कि 1 जनवरी 2023 से महाविद्यालय के अंदर कोई भी छात्र या छात्रा बिना महाविद्यालय ड्रेस के एंट्री नहीं ले पाएगा. महाविद्यालय के अंदर सिर्फ वही लोग एंट्री ले पाएंगे जो वहां के पढ़ने वाले हैं और स्कूल की यूनिफॉर्म में होंगे.


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ड्रेस कोड लागू होने के बाद Zee Media की टीम ने मुरादाबाद के हिंदू डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं से बात कि तो उनका कहना है कि ड्रेस कोड लागू होना बहुत अच्छी बात है, हम इसका स्वागत करते हैं और सभी के ऊपर इसको लागू करा जाए, इससे समाज में हमारी पहचान बनेगी और लोगों को भी साफ तौर पर यह महसूस होगा कि हम महाविद्यालय की छात्रा हैं और पढ़ाई के लिए जा रहे हैं, इससे समाज के लोगों द्वारा हमारी सुरक्षा में भी सहायता मिलेगी.


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वहीं महाविद्यालय के प्रिंसिपल का भी इस नियम को लेकर कड़ा रुख है, उनका सीधे तौर पर कहना है कि 1 जनवरी से पूरी तरह से इसे लागू कर दिया जाएगा. उसके बाद में महाविद्यालय में बिना ड्रेस के कोई भी विद्यालय के अंदर एंट्री नहीं पा सकेगा. उनका साफ तौर पर कहना है कि महाविद्यालय के बाहर कोई भी छात्रा या छात्र कोई भी ड्रेस पहने उससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं लेकिन महाविद्यालय के अंदर जो भी छात्राएं आएंगे उनको वकायदा सिर्फ और सिर्फ स्कूल की यूनिफार्म के अंदर ही आने दिए जाएगा. 



कॉलेज की महिला प्रोफेसर डॉ शालिनी राय से जब Zee मीडिया ने बात की तो उनका कहना है कि महाविद्यालय मे पिछले साल नये प्राचार्य आये थे. उन्होंने ये ड्रेस कोड लागू किया है और वह समझती हैं कि ये शिक्षक और बच्चों दोनों के हित में है. सबसे बड़ी बात है की हमारा महाविद्यालय बाजार के बीच मे है तो यहां बाहर के लोग भी काफी आते हैं और अनवांटेड एलिजमेंट हमको दिखाई पड़ते हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाती थी कि ये स्टूडेंट हैं या बाहर के हैं. ड्रेसकोड से बच्चों को दूर से ही पहचान सकते हैं. 


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ड्रेस कोड लागू करने वाले हिंदू डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सत्यव्रत सिंह रावत ने बताया कि 1 जनवरी से ड्रेस कोड पूरी तरह से लागू कर दिया जायेगा. शिक्षा मूल्य परत होती है, शिक्षा अनुशासन के साथ ही अच्छे से चल सकती है इसलिए यूनिफार्म मे आने से समानता का भाव रहता है. बाहरी व्यक्ति कॉलेज मे अराजकता का माहौल ना बना पाए तो पहचानने मे आसानी रहती है. अनुशासन हीनता का माहौल ना बने उसका निदान किया जा सके, इसलिए यूनिफार्म ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है. सभी से अपील है कि इस नई पहल मे अपना सहयोग दें ताकि देश के विकास मे महाविद्यालय भी अपना सहयोग दे सके.


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