इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में बन गया 'डॉक्टर', कैदियों के इलाज के साथ परिजनों को भी लिख रहा दवाएं!
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इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में बन गया 'डॉक्टर', कैदियों के इलाज के साथ परिजनों को भी लिख रहा दवाएं!

जेल में बंद इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में लोगों का इलाज कर रहा है. जेल में 'डॉक्टर' बना पीयूष कैदियों को दवाई लिख रहा है. उसकी दवा से बंदियों को फायदा हो रहा है.

इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में बन गया 'डॉक्टर', कैदियों के इलाज के साथ परिजनों को भी लिख रहा दवाएं!

श्याम तिवारी/कानपुर: जेल में बंद इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में लोगों का इलाज कर रहा है. जेल में 'डॉक्टर' बना पीयूष कैदियों को दवाई लिख रहा है. उसकी दवा से बंदियों को फायदा हो रहा है. जिसके चलते उसे दवा लिखवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

जानकारी के मुताबिक विदेश के कॉलेज से होम्योपैथी में डिस्टेंस लर्निंग कोर्स करने वाला पीयूष जैन होम्योपैथी का जानकार है. जिसके चलते वह जेल में बंद बंदियों के मर्जी के लिए दवाई लिखता है. जेल जाने के बाद पहले पीयूष जैन लोगों से बात नहीं करता था, बाद में उसने लोगों से बातचीत करना शुरू किया. इसी दौरान एक कैदी को पथरी की समस्या की जानकारी उसे हुई जिस पर उसने कागज के पर्चे पर पथरी की दवा लिख दी.

होम्योपैथी की दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं थी जिसे बाहर से मंगाया गया. दवा लेने के बाद मरीज को फायदा होने लगा. जिसके बाद वह लगातार छोटे-मोटे मर्जों के लिए दवा लिखने लगा. जेल सूत्रों के मुताबिक कैदी ही नहीं कैदियों के परिजन भी उससे दवाएं लिखवाते हैं. जेल के अधिकारी भी इस बात को मानते हैं कि पीयूष जैन होम्योपैथी का अच्छा जानकार है, उसकी दवाएं कैदियों को फायदा कर रही हैं .

आपको बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर और कारखानों में छापेमारी के दौरान डीजीजीआई को 157 करोड़ की नकदी बरामद हुई थी. वहीं, उसके पास से बड़े पैमाने पर सोना भी बरामद हुआ था, जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं था. जिसके बाद डीजीजीआई ने पीयूष जेल भेज दिया. तब से वह जेल में बंद है, इस दौरान उसने लोगों को होम्योपैथिक दवा लिखकर मदद करना शुरू कर दिया है. 

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