Railway Stations Beautification 2022 : ट्रेनों में सफर करते वक्त हरियाली, हरे-भरे खेतों, पहाड़ों या अन्य मनोरम दृश्य देखने को मन सभी रेल यात्रियों का करता है. मगर कई जगह रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म आने से पहले गंदगी की ऐसी तस्वीरें भी देखने को मिल जाती है कि रेलयात्री खुद तो शर्मसार हो जाते हैं , रेलवे की भी खूब फजीहत होती है. लेकिन रेलवे ट्रैक के किनारे गंदगी को दूर करने का बीड़ा रेल विभाग ने उठाया है. अब बड़े स्टेशन आने के पहले रेलयात्रियों को फूलों की महक मिलेगी.  


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कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज वाराणसी या बिहार के पटना, दानापुर जैसे कई रेलवे स्टेशन आने के पहले हमें गंदे नाले, शौच करते लोग, मलिन बस्तियां से कूड़े के ढेर देखने को मिलते हैं. ऐसे में ट्रेन की खिड़की पर बैठे यात्रियों को खुद नाक मुंह बंद करना पड़ता है. कई जगहों पर लोग बदबू के साथ ही बता देते हैं कि फलाना रेलवे स्टेशन आ गया है. लेकिन आने वाले वक्त में रेल ट्रैक के किनारे की जगह देसी-विदेशी फूलों की बहार होगी.


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गुलाब, गुलमोहर औऱ अन्य सुगंधित पुष्पों से रेलयात्री का मन महक जाएगा. दिल्ली रेलवे स्टेशन, कानपुर सेंट्रल, वाराणसी जंक्शन हो या अन्य जगहों के आसपास कूड़े के ढेर हटाने, गंदे नाले बंद करने और गंदे पानी के तालाब आने वाले वक्त में नहीं दिखाई देंगे. उत्तर रेलवे ने इसके लिए पहल की है. दिल्ली में आनंद विहार, सराय रोहिल्ला, निजामुद्दीन, पुरानी दिल्ली जैसे अन्य स्टेशनों के आसपास हरे-भरे पौधे औऱ खुशबूदार फूलों के पेड़ लगाने की कवायद पहले ही शुरू कर दी गई है. हालांकि उत्तराखंड में देहरादून जैसे रेलवे स्टेशनों पर रेलयात्रियों को सुखद अहसास होता है.



उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद, हरियाणा के सोनीपत औऱ बिहार में किशनगंज जैसे रेलवे स्टेशनों के सुंदरीकरण का कार्य तेज है. जल्द ही प्रदेश के बड़े स्टेशनों के आसपास गंदगी का अंबार नहीं दिखेगा. कानपुर, प्रयागराज जैसे स्टेशनों के आधुनिककरण पर रेलवे पहले ही हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रहा है.