शिव कुमार/शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर से एक ऐसी कहानी सामने आई है जिसे सुनकर और देखकर शायद आपको ये किसी फिल्मी की कहानी लगे. लेकिन आज आपको ऐसी ही सच्ची कहानी बता रहे हैं जिसे पढ़कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. 12 साल की उम्र में गैंगरेप की शिकार हुई पीड़िता ने घटना के 27 वर्ष बाद अदालत के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है. जिसके बाद हुए डीएनए टेस्ट में में दोनों आरोपियों में से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.


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चलते हैं फ्लैश बैक में और जानते हैं मामला
दिल को झकझोर देने वाली यह घटना साल 1994 की है. इसी थाना इलाके में 12 साल की लड़की अपनी बहन और बहनोई के घर पर रहती थी. बहन बहनोई सरकारी नौकरी में थे. घर पर 12 साल की लड़की अकेली रहती थी. मौका पाकर मुहल्ले के ही नकी हसन और गुड्डू ने 12 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया.  इसके बाद  लगातार उसके साथ रेप होता रहा. जिसकी वजह से 12 साल की लड़की गर्भवती हो गई थी. दबंग आरोपियों के डर और लोक-लज्जा के डर से लड़की को लेकर बहन-बहनोई लखनऊ में रहने लगे और अपना ट्रांसफर भी लखनऊ करवा लिया.


जब लड़की ने एक बेटे को जन्म दिया तो उन्होंने अपने दूर के परिचित को बच्चा दे दिया. जब लड़की शादी लायक हुई तो बहन-बहनोई ने गाजीपुर में उसकी शादी कर दी. बेटा जब 26 साल का हुआ तो उसने अपने असली मां-बाप का पता लगाना शुरू कर दिया. आखिरकार लखनऊ में उसने 26 साल बाद अपनी मां को खोज निकाला और अपने पिता के बारे में पूछताछ की. जब उसे पता चला उसकी मां का गैंगरेप हुआ था और वह गैंगरेप से ही पैदा हुआ है. जिससे वह बेहद बेचैन हो गया.


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मां को इंसाफ दिलाने के लिए बेटे की कोशिश
उसने अपनी मां को इंसाफ दिलाने के लिए 1 साल पहले थाना सदर बाजार में लकी हसन और गुड्डू के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए दोनों आरोपियों और गैंगरेप से पैदा हुए बेटे का डीएनए कराया तो दोनों का डीएनए मैच कर गया.


28 साल बाद अपनी मां को इंसाफ दिलाने की पहली लड़ाई उसके 26 साल के बेटे ने जीत ली है. हालांकि शिकायत दर्ज कराने वाला बेटा और पीड़ित मां इस वक्त लखनऊ में रह रहे हैं. लेकिन डीएनए मैच होने के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए हैं. एस पी सिटी संजय कुमार का कहना है कि जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.


घटना का पता चलते ही पति ने दिया पीड़िता को तलाक
असली घटना सामने आने के बाद पीड़िता के पति ने भी उसे तलाक दे दिया. लेकिन अब उसका बेटा हर कीमत पर अपने मां के साथ हुए घिनोने अपराध के लिए आरोपियों को हर कीमत पर सदा मिलना चाहता है. अब देखना होगा कि पुलिस अब तक 28 साल पहले हुए अपराध की कहानी को कब कोर्ट  ले जाती है.


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