UP Board में 81% मार्क्स लाने के बाद भी छात्रा ने नहर में लगाई छलांग! सुसाइड नोट में लिखा, "सॉरी मम्मी"
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UP Board में 81% मार्क्स लाने के बाद भी छात्रा ने नहर में लगाई छलांग! सुसाइड नोट में लिखा, "सॉरी मम्मी"

UP Board Result 2022 में बच्चा 81 प्रतिशत मार्क्स ले आए तो माता-पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. लोग मिठाइयां बांटते हैं कि बच्चे ने मेहनत कर 80 फीसदी से ऊपर अंक लाए हैं. लेकिन, क्या हो जब बच्चे को यह अंक इतने कम लगने लगें कि उसे जीने का ही मन न करे?

सांकेतिक तस्वीर.

सीतापुर: यूपी बोर्ड के परिणाम कुछ घरों में खुशियां लेकर आए, तो कहीं पर मातम भी... उत्तर प्रदेश के सीतापुर से ही एक दिल दहला देने वाली खबर आ रही है. दरअसल, 12वीं के बोर्ड एग्जाम में नंबर तो अच्छे आए, लेकिन उतने नहीं जितने आने चाहिए थे. ऐसे में छात्रा ने नहर में छलांग लगा दी. किसी राहगीर ने इस बात की सूचना उसके परिजनों सहित पुलिस को भी दी, जिसके बाद परिवार वाले और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. नहर के किनारे से स्टूडेंट की साइकिल और उसका बैग बरामद किया गया. अब पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से नहर में छात्रा की तलाश में जुट गई है. वहीं, परिजनों का बुरा हाल है. 

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ध्यान देने वाली बात यह है कि गरिमा नाम की इस स्टूडेंट ने 81 फीसदी मार्क्स स्कोर किए थे. इसके बाद भी उसने सुसाइड अटेंप्ट किया. यानी अपने 81 प्रतिशत अंक इतने कम लग रहे थे कि उसे जिंदगी से बेहतर मौत लगने लगी! सोचने वाली बात यह है कि क्या हमने अपने बच्चों के लिए एक ऐसा वातावरण बना दिया है जहां रिजल्ट में लिखे मार्क्स ही उनके अस्तित्व को परिभाषित कर सकते हैं? क्या बढ़ते कंप्टीशन के इस दौर में हमने ऐसी परिस्थिति बना दी है, जहां केवल दौड़कर जीतने वालों की ही वैल्यू है, न कि मेहनत से दौड़ पूरी करने वालों की भी? 

81 प्रतिशत मार्क्स लाने के बाद भी किया सुसाइड
यह पूरा मामला महमूदाबाद कोतवाली इलाके का है. यूपी बोर्ड का रिजल्ट शनिवार शाम घोषित हुआ था, जिसमें कोतवाली इलाके के रहने वाले गिरीश चंद वर्मा की बेटी गरिमा वर्मा ने 81% अंक प्राप्त कर इंटर में सफलता हासिल की थी. गरिमा की इस सफलता पर परिवार वाले काफी खुश नजर आ रहे थे, लेकिन गरिमा अपनी इस सफलता से खुश नहीं थी. उसका मानना था कि उसने जो मेहनत की थी उस मेहनत के हिसाब से उसे नंबर नहीं मिले.

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छात्रा की किताब से निकाला परिजनों का नंबर
आज गरिमा कोचिंग जाने के लिए घर से साइकिल लेकर निकली थी. घर से निकलने के बाद गरिमा ने शारदा सहायक नहर में खुदकुशी करने का प्रयास करते हुए उस में छलांग लगा दी. गरिमा को नहर में छलांग लगाता देख खेत में काम कर रहा एक शख्स मौके पर पहुंचा और उसने गरिमा के बैग में किताब पर लिखे मोबाइल नंबर से उसके परिजनों को घटना के बारे में जानकारी दी. सूचना मिलते ही परिजनों सहित तमाम ग्रामीण व पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से नहर में छात्रा की तलाश शुरू कर दी है. वहीं मौके पर पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

छात्रा के पास से मिला सुसाइड
नहर में छलांग लगाने वाली छात्रा गरिमा के पास से उसका लिखा हुआ सुसाइड नोट मिला है. नोट में लिखा है, "सॉरी मम्मी-सॉरी पापा. मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं. मैं विद्यार्थी जीवन से तंग आ गई हूं. मुझे पता है यह गलत है. लेकिन मैं यह कदम उठाने जा रही हूं. मैं इस रिजल्ट के साथ नहीं जी सकती हूं. हर पल हर घड़ी मुझे इसी रिजल्ट के साथ हर दिन चिंता में मरना पड़ेगा. हम जी नहीं सकते." यह लाइनें शारदा सहायक नहर में छलांग लगा चुकी छात्रा गरिमा के बैग से मिले सुसाइड नोट में लिखी हैं.

 

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