आजमगढ़/वेदेन्द्र प्रताप शर्मा: आजमगढ़ जहरीली शराब कांड (Azamgarh Poisonous Liquor Case) में सपा विधायक रमाकांत यादव (SP MLA Ramakant Yadav) का नाम सामने आया है. ऐसे में उनकी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. जानकारी के मुताबिक, अन्य अभियुक्तों की तरह रमाकांत यादव पर रासुका (NSA) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. जिले में 21 फरवरी को जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हुई थी. कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी. बाहुबली विधायक रमाकांत यादव के भांजे रंगेश की माहुल स्थित सरकारी देसी शराब की दुकान से जहरीली शराब बेची गई थी. अब तक इस मामले में 13 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं 10 दुकानों को निलंबित किया जा चुका है. 


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पुलिस को मिले रमाकांत यादव के खिलाफ सबूत 
आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक ने रमाकांत यादव के भांजे रंगेश यादव सहित 13 आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत और 6 पर एनएसए की कार्रवाई की. इसके अलावा बड़े पैमाने पर संपत्तियां कुर्क की गई थीं. जिले की बहुचर्चित जहरीली शराब कांड में चल रही विवेचना के दौरान पुलिस के हाथ कुछ ऐसे साक्ष्य लगे हैं, जिनसे रमाकांत यादव की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. साक्ष्य के आधार पर पुष्टि हुई. ऐसे में अब पुलिस रमाकांत पर शिकंजा कसने की कवायद में जुटी है. कोर्ट में रमाकांत को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस ने अर्जी लगा दी है.माहुल जहरीली शराब में मास्टरमाइंड के रूप में रमाकांत यादव के चिन्हित होने के बाद इनका जेल से जल्द बाहर आना मुश्किल होगा. 


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पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि अहिरौला थाने में दर्ज मुकदमा संख्या 39/22 मामले की विवेचना अभी जारी है. जहरीली शराब कांड में पुलिस की विवेचना में रमाकांत यादव का नाम प्रकाश में आया. पुलिस ने साइंटिफिक तरीके से विवेचना की. इसी मामले में न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगी गयी. 


फूलपुर-पवई विधानसभा सीट से सपा के विधायक हैं रमाकांत 
बता दें कि रमाकांत यादव वर्तमान में फूलपुर-पवई विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. इसके पहले वह 4 बार विधायक और 4 बार आजमगढ़ सीट से सांसद भी चुने जा चुके हैं. रमाकांत यादव की पहचान बाहुबली के रूप में है. वर्तमान में रमाकांत यादव पर कुल सात मुकदमे दर्ज हैं. कई मामले में आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किये गये थे, लेकिन जमानत नहीं हुई. जबकि कोर्ट से गैरजमानती वारंट जारी किया गया था. जिसमें वर्ष 1998 में अंबारी चौक पर फायरिंग, 2016 में चक्का जाम, सरायमीर थाने में दर्ज एससी-एसटी का मामला व तहबरपुर व पवई थाने में आचार संहिता को लेकर चुनाव आयोग द्वारा दो मामले शामिल रहे. न्यायालय ने अभी 28 जुलाई को रमाकांत को चुनाव आयोग वाले दो मामले में जमानत दी, लेकिन अंबारी चौक पर फायरिंग की घटना मामले में जमानत अर्जी निरस्त कर दी. 


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