उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) की एक रिपोर्ट में योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट में शामिल सबसे अमीर मंत्रियों की संपत्ति के बारे में बताया गया है.
Trending Photos
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) की एक रिपोर्ट में योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट में शामिल सबसे अमीर मंत्रियों की संपत्ति के बारे में बताया गया है. एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज दक्षिणी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नन्द गोपाल गुप्ता 'नंदी' संपत्ति के लिहाज से योगी सरकार के सबसे अमीर मंत्री हैं. उनके पास 57 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है. नन्द गोपाल गुप्ता 'नंदी' वर्तमान योगी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री हैं.
नंदी बसपा की मायावती सरकार में भी कैबिनेट मंत्री थे. साल 2017 विधानसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए थे. उनका डेयरी प्रोडक्ट का बिजनेस भी है. एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक योगी कैबिनेट में शामिल दूसरे सबसे अमीर मंत्री हैं सिद्धार्थनाथ सिंह. उनके पास 22 करोड़ 6 लाख 77 हजार 358 रुपये की चल और अचल संपत्ति है. सिद्धार्थ नाथ सिंह के पास वर्तमान योगी सरकार में MSME, Investment & Export, Textile, Khadi & Gram Udyog मंत्रालय की जिम्मेदारी है. वह यूपी सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता भी हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिद्धार्थनाथ सिंह पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के नाती हैं. उनकी मां सुमन शास्त्री पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री की बेटी थीं.
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक योगी कैबिनेट में शामिल तीसरे सबसे अमीर मंत्री हैं कानपुर सदर सीट से भाजपा विधायक सतीश महाना. उनके पास 20 करोड़ 8 लाख 40 हजार 592 रुपये की संपत्ति है. सतीश महाना वर्तमान योगी सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री हैं. वह कानपुर सदर सीट से लगातार सात बार के विधायक हैं. एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास 95 लाख की संपत्ति है. उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में दिए गए अपने हलफनामे में उन्होंने कुल 95 लाख 98 हजार 53 रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी थी.
हालांकि, एडीआर रिपोर्ट में मंत्रियों के संपत्ति का यह विवरण साल 2017 के चुनावी हलफनामे के विश्लेषण के आधार पर पेश किया गया है. ऐसे में यह भी स्पष्ट है कि अब इन मंत्रियों की संपत्ति में बीते साढ़े चार साल में इजाफा ही होगा. लेकिन कितना हुआ, इसका खुलासा तो अब नए हलफनामे से ही होगा. यूपी में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं. पर्चा दाखिल करते समय ये सभी नेता अपनी संपत्तियों का ब्योरा चुनाव आयोग को देंगे. इसमें कोई दो राय नहीं है कि उपरोक्त तीनों मंत्रियों को भाजपा टिकट देगी. तब इनकी मौजूदा संपत्ति के बारे में पता चलेगा. वैसे योगी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों में से 35 करोड़पति हैं.
WATCH LIVE TV