लखनऊ: योगी सरकार उन  पिछड़े और ग्रामीण इलाकों के लोगों को नई स्वास्थ्य सेवा देने जा रही है. जो, अभी तक मामूली खासी जुकाम और बुखार होने पर भी इलाज के लिए घर से कई किलोमीटर दूर जाते थे. उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों में 2505 नए स्वास्थ्य केंद्र खोलने जा रही है. इस बात की जानकारी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दी. 


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यह सुविधा होगी उपलब्ध 
प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ सेवा दी जाने की घोषणा की जा चुकी है.  इसमें 2505 स्वास्थ्य केंद्रों को खोला जाएगा. इं स्वास्थ केंद्रों में ओपीडी,पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी की जांच की जाएगी. इस दौरान किसी भी तरीके की महामारी फैलने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर बेहतर इलाज किया जाएगा. 


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तेजी से किया जा रहा निर्माण 
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जानकारी दी कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माणकार्य तेजी से किया जा रहा है. इसके लिए स्वास्थ विभाग के उच्च अधिकारियों को आदेश दे दिया गया है, जिसका कड़ाई से पालन किया जा रहा है. उन्होंने खा कि अब कोई भी ग्रामीण बेहतर इलाज से वंचित नहीं रहेगा. 


नेशनल हेल्थ मिशन करेगा संचालन 
उप मुखमंत्री ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में बन रहे 2505 केंद्रों का संचालन स्वास्थ्य विभाग व नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की मदद से किया जाएगा. इस केंद्रों में (एनएचएम) यानि नेशनल हेल्थ मिशन की योजनाओं का संचालन होगा. 


रोगियों को घर के पास मिलेगा बेहतर इलाज 
इस स्वास्थ केंद्रों में बुखार, उल्टी-दस्त, डेंगू, मलेरिया और अन्य रोगों का इलाज किया जाएगा. इसके अलावा बच्चों और गर्भवती महिलाओं का भी टीकाकरण  किया जाएगा. ब्रजेश पाठक ने बताया कि स्वास्थ केंद्रों की संख्या बढ़ने से लोगों को उनके घर के पास तुरंत उपचार की सुविधा मिलेगी, जिससे उन्हे कम समय में अच्छा इलाज मिल जाएगा. 


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