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सुनील सिंह/संभल: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल (Sambhal) में समाजवादी पार्टी के निकाय चुनाव के टिकट वितरण में पक्षपात का आरोप लगा है. सपा पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी के आरोप लगाते हुए सपा की प्रदेश सचिव पूर्व पालिका अध्यक्ष रेनू कुमारी ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. रेनू ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने वरिष्ठ सपा नेताओं पर मोटी रकम लेकर टिकट दिलाए जाने के गंभीर आरोप लगाया है.
दर्जन भर वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहले दे चुके हैं इस्तीफा
जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी की प्रदेश सचिव रेनू कुमारी के इस्तीफे से पहले सपा में लगभग एक दर्जन वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहले इस्तीफे दे चुके हैं. इतना ही नहीं सपा से खफा सपाइयों का पार्टी से इस्तीफे देने का सिलसिला लगातार जारी है. यूपी प्रदेश सचिव ने प्रेस कांफ्रेंस में अपने इस्तीफे के एलान के बाद कार्यालय में लगे सपा के राष्ट्रीय नेताओं का फोटो फ्रेम और पार्टी के झंडा भी उतरवा दिया.
आपको बता दें कि संभल में समाजवादी पार्टी की यूपी सचिव और चंदोसी की पूर्व पालिका अध्यक्ष रेनू कुमारी ने बीते सोमवार को अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की. वहीं, निकाय चुनाव में टिकट वितरण के मामले में सपा हाईकमान और जिले के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने की जानकारी मिली है. यूपी की प्रदेश सचिव रेनू कुमारी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को चिट्ठी भेजकर जिले के वरिष्ठ सपा नेताओं पर मोटी रकम लेकर निकाय चुनाव में गैर समाजवादी लोगों को टिकट देने का आरोप लगाया है.
सपा की यूपी सचिव और चंदोसी नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन रेनू कुमारी ने बताया कि वह पिछले 30 वर्षो से पार्टी में निष्ठा के साथ कार्य कर रही थी. सपा के टिकट पर चुनाव लड़कर चंदोसी नगर पालिका की 2 वार चेयरमैन भी रह चुकी हूं. दरअसल, इस बार निकाय चुनाव में उनको चंदोसी से प्रबल दावेदार माना जा रहा था. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कई महीने पहले ही, उन्हें टिकट दिए जाने का भरोसा देकर चुनाव की तैयारी करने को कहा था. फिलहाल, उनकी प्रबल दावेदारी के बावजूद वरिष्ठ नेताओं ने मोटी रकम लेकर गैर समाजवादी महिला को टिकट दिला दिया. इस वजह से पार्टी के प्रति उनका भरोसा टूट गया और उन्होंने इस्तीफा दे दिया. दरअसल, यूपी सचिव समेत एक दर्जन लोगों का इस्तीफे देने का मामला, जिले में निकाय चुनाव लड़ रहे सपा प्रतियाशियों के लिए भारी पड़ सकता है.