राजौरी के इस पर्वतीय क्षेत्र में 3 -4 आतंकियों के छुपे होने की आशंका है. जम्मू कश्मीर में आतंकियों के ठिकाने तलाश कर उन्हें ढेर करने के लिए सेना लगातार इस तरह के अभियान चला रही है. इस अभियान के दौरान भारत माता ने अपने लालों को खो दिया.
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Rajori Encounter: जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ तलाशी अभियान में शुक्रवार को 5 जवान शहीद हो गए. सेना और सीआरपीएफ की जॉइंट टीम ने आतंकियों को ढेर करने के लिए तलाशी अभियान चलाया हुआ था. इस दौरान आतंकवादियों से कड़ी मुठभेड़ हो गयी. आतंकियों ने विस्फोटक से ब्लास्ट किया. शहीद होने वाले जवानो में उत्तराखंड के जवान रुचिन सिंह रावत भी शामिल हैं. रुचिन सिंह रावत चमोली जिले की गैरसैण तहसील के कुनिगढ़ गांव के रहने वाले थे. उनके परिवार में उनके माता पिता, पत्नी और एक बेटा है. शहीद रुचिन की तैनाती जम्मू कश्मीर के उधमपुर यूनिट में थी. वे 9 पैरा में कमांडो थे.
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सेना को राजौरी सेक्टर के कंडी जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी जिसके बाद सेना और CRPF ने आतंकवादियों की तलाशी के लिए संयुक्त अभियान चलाया. इस बीच सुरक्षाबलों और आतंकियों में जोरदार मुठभेड़ शुरू हो गयी. पहले कुछ चरणों में गोलीबारी के बाद आतंकियों ने विस्फोटक पदार्थ का इस्तेमाल करते हुए ब्लास्ट कर दिया. जिसमें 2 जवान मौके पर ही शहीद हो गए जबकि तीन अन्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
सेना का यह सर्च अभियान लगातार जारी है, राजौरी के इस पर्वतीय क्षेत्र में 3 -4 आतंकियों के छुपे होने की आशंका है. जम्मू कश्मीर में आतंकियों के ठिकाने तलाश कर उन्हें ढेर करने के लिए सेना लगातार इस तरह के अभियान चला रही है. पिछले कुछ महीनो में कई आतंकियों को ढेर किया जा चुका है. शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में रुचिन सिंह रावत के अलावा पैराट्रूपर सिद्धांत छेत्री,एनके अरविंद कुमार,हवलदार नीलम सिंह और पैराट्रूपर प्रमोद नेगी ने प्राण बलिदान कर दिए.
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