देहरादून: उत्तराखंड राज्य कैबिनेट में खाली पड़े एक मंत्री पद को लेकर कई विधायकों ने अपनी दावेदारी रखनी शुरू कर दी है. यशपाल आर्य के कांग्रेस में जाने के बाद से उनका खाली पद भरने के लिए पहले हरिद्वार से ही कुंवर प्रणव ने आवाज उठाई थी. अब भाजपा के दलित विधायक भी मंत्री पद के लिए हुंकार भरने लगे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

BJP में आने वाले बाहरियों की स्क्रीनिंग के लिए खास कमेटी गठित, पढ़ें किसे मिली जगह


'दलित विधायक को ही मिलना चाहिए मौका'
यशपाल आर्य की भाजपा से विदाई के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके पद अपने पास रख लिए थे. चुनावी साल में सरकार किसी तरह का टेंशन नहीं लेना चाहती, इसलिए फिलहाल मंत्री पद को भरने की पहल नहीं की जा रही. झबरेड़ा से विधायक देशराज कर्णवाल कहते हैं कि चूंकि पार्टी से एक दलित चेहरा यशपाल आर्य के रूप में अब साथ नहीं है, लिहाजा इस पर किसी दलित चेहरे को ही मौका मिलना चाहिए.


विधायक बना रहे सरकार पर दबाव
इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की मानें तो बचे हुए तीन चार महीने में मंत्री पद लेने का कोई मतलब नहीं. यह भाजपा का अंदुरूनी मामला है लेकिन, इस जरिये सत्ताधारी दल के विधायक सरकार पर दबाव जरूर बना रहे हैं. अब यह भाजपा को देखना है कि विधायकों की आवाज कहां तक सुनी जाती है.


UP Chunav:मुलायम-अखिलेश के गढ़ में हुंकार भरेंगे सीएम योगी, केंद्रीय कारागार का करेंगे उद्घाटन


सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हो रही स्थिति
बहरहाल, यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा के विधायकों की तरफ से इस तरह की आवाज उठाई गई हो. इससे पहले भी त्रिवेंद्र सरकार में मंत्री पद भरने के लिए ही विधायक दिल्ली दरबार तक दौड़ लगाते रहे. अब मंत्री पद के लिए स्वर जिस तरह बुलंद हो रहे हैं, उससे सरकार के लिए स्तिथि थोड़ी चुनौतीपूर्ण जरूर बनती नजर आ रही है.


WATCH LIVE TV