वाराणसी : वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में रविवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब लेडी डॉक्टर छात्रावास में छात्रा की आत्महत्या की सूचना मिली. छात्रावास में रेजिडेंसी डॉक्टर की आत्महत्या की खबर पूरे विश्वविद्यालय में आग की तरह फैल गई. बताया जा रहा है कि छात्रा टीवी रोग होने से डिप्रेशन में आ गई थी. कई दिनों से अपने क्लास नहीं जा रही थी, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया है. मौके पर पहुंची लंका थाने की पुलिस ने छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मौके से बरामद सुसाइड नोट को अपने कब्जे में ले लिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बीएचयू की डॉक्टर सुनीता ने बताया कि होस्टल की केअरटेकर ने उनको कॉल करके मौके पर बुलाया तो उन्होंने देखा कि कमरा खुला था. मनीषा एमडी तृतीय वर्ष में अप्थेल्मोलॉजी डिपार्टमेंट में थी. मनीषा कुछ दिनों से बीमार थी उनको टीबी की शिकायत थी. जब वह हॉस्टल पहुंची तो उनको बताया गया कि मनीषा ने सुसाइड कर लिया है.


मौके पर पहुंचे भेलूपुर सीओ अनिल कुमार ने बताया कि बीएचयू में लेडी छात्रावास में 41 नंबर कमरे में सुनीता ने सुसाइड किया इसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां से 2 सुसाइड नोट बरामद हुए. बॉडी देखकर लग रहा था फाँसी रात में ही लगाई गई है. सुसाइड नोट में बीमारी का जिक्र किया गया. प्रथम दृष्टया ये लग रहा है कि उसने डिप्रेसन की वजह से ऐसा कदम उठाया है. पुलिस ने बिहार के जमुई में परिवार को सूचना दे दिया है और मामले की बाकी तफ्तीश की जा रही है.