Ganga Expressway: योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है. अब इसके विस्तार की तैयारियां तेज हो गई हैं. दूसरे चरण में इसे तीन और शहरों से जोड़ा जाएगा. 350 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा.
गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण मेरठ से प्रयागराज के बीच किया जा रहा है. करीब 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण काम तेजी से पूरी हो रहा है.
गंगा एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण को लेकर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने दूसरे चरण के सर्वे का काम पूरा कर लिया है.
दूसरे चरण में गंगा एक्सप्रेस-वे का विस्तार वाराणसी और गाजीपुर होकर बलिया तक किया जाएगा. 350 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा.
गंगा एक्सप्रेस-वे योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है, जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. दिसंबर तक मेरठ में गंगा एक्सप्रेस- का काम पूरा हो जाएगा.
2025 में होने वाले कुंभ मेले से पहले इसे पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. सबकुछ ठीक रहा तो फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर सकते हैं.
गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण मेरठ से प्रयागराज के बीच किया जा रहा है, जो करीब 594 किलोमीटर लंबा है.
एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद मेरठ से प्रयागराज तक का सफर महज 6 घंटें में पूरा होगा. अभी इसमें 11 घंटे से ज्यादा समय लगता है.
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ के बाद प्रयागराज में पूरा होगा.
मेरठ से प्रयागराज के बीच गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण काम तेजी से पूरी हो रहा है. इसे इटावा के पास लखनऊ एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा. गंगा एक्सप्रेस-वे को लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेस वे का रूट फाइनल हो गया है.
लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 92 किलोमीटर होगी, जो वाया फर्रुखाबाद इटावा के कुदरैल गांव से शुरू होकर हरदोई के कौसया गांव पर खत्म होगा.लिंक एक्सप्रेसवे बन जाने से मेरठ से प्रयागराज ही नहीं बल्कि लखनऊ और पूर्वांचल के और जिलों के लोग भी कम समय में सफर कर सकेंगे. ( यहां दी गई फोटो का AI ने काल्पनिक चित्रण किया है. जी यूपीयूके इनके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.)