नए साल का आगाज हो चुका है. यूपी के कई शहरों में विकास के पंख लगे हैं तो कई शहरों में सौगात मिलने वाली है. पीएम सिटी वाराणसी में विकास की कई छोटी-बड़ी परियोजनाओं को जमीन पर उतारा जा रहा है.
पीएम सिटी वाराणसी में क्रिकेट स्टेडियम, रोपवे, रिंग रोड फेज दो और लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट का विस्तार, नया टर्मिनल समेत कई परियोजनाएं मिलने की उम्मीद है.
पीएम मोदी ने अक्टूबर, 2024 में लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और नए टर्मिनल के निर्माण की नींव रखी थी. इसके लिए पीएम मोदी ने 2870 करोड़ रुपये भी दिए.
इसके बाद वाराणसी एयरपोर्ट पर एक साथ कई विमान लैंडिंग कर सकेंगे. इसके अलावा वाराणसी में इस समय लगभग 700 करोड़ से अधिक की 50 से अधिक परियोजना पर कार्य चल रहा है.
वहीं, वाराणसी के लोगों को क्रिकेट स्टेडियम की भी सौगात मिलने वाली है. गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण शुरू हो गया है. इसके निर्माण पर 451 करोड़ रुपये खर्च होने हैं. इसमें 330 करोड़ रुपये बीसीसीआइ खर्च कर रही है.
इस क्रिकेट स्टेडियम के बनने से न केवल यूपी, बल्कि बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ियों के हुनर को निखारने का मौका मिलेगा. यहां राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मैचों के साथ बैडमिंटन, टेबल टेनिस, तैराकी की भी हो सकेगी.
कानपुर और लखनऊ के बाद वाराणसी में तीसरा स्टेडियम बन रहा है. जहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले जाएंगे. पीएम मोदी ने 23 सितंबर को राजातालाब के गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया था.
क्रिकेट स्टेडियम के बनने में 30 महीने का समय लगेगा. यह स्टेडियम 30.86 एकड़ में फैला होगा. यहां एक बार में 30 हजार दर्शक एक साथ बैठ कर मैच देख सकेंगे.
साथ ही यूपी कॉलेज के हाकी मैदान में एस्ट्रोटर्फ लगाने का काम तेजी से चल रहा है. वाराणसी का यह तीसरा हाकी मैदान होगा जहां एस्ट्रोटर्फ लगा होगा.
एस्ट्रोटर्फ लग जाने के बाद हाकी खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का अभ्यास कराया जा सकेगा. साथ ही बीएचयू के हाकी मैदान में एस्ट्रोटर्फ लगाया गया है.
वाराणसी के लोगों को जाम से भी निजात मिलने वाली है. रिंग रोड फेज दो का काम नए साल से शुरू होने की उम्मीद है. 950 करोड़ की लागत से साल 2019-20 में शुरू यह प्रोजेक्ट अब अंतिम दौर में है.
वाराणसी में ही गंगा पर एक पुल का निर्माण हो रहा है. इसके बनते ही गाजीपुर, बिहार, जौनपुर और आजमगढ़ से आने वाले रिंग रोड फेज वन पकड़ आसानी से चंदौली जा सकेंगे.
वहीं, वाराणसी के लोगों को रोपवे की भी सौगात मिलने वाली है. देश के पहले अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे का काम अंतिम दौर में है. कैंट, भारत माता मंदिर (विद्यापीठ) और रथयात्रा में रोपवे स्टेशन तैयार हो चुका है.
रोपवे योजना में फसाड से जुड़े कार्य हो रहे हैं. स्टेशन की दीवारों और फर्श पर चुनार का स्टोन लगाया जा रहा है. हर स्टेशन पर बड़े आकार में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का शिखर, त्रिशूल और डमरू लगेगा.
करीब आठ सौ करोड़ रुपये की लागत से 3.75 किलोमीटर लंबा रोपवे का निर्माण किया जा रहा है. वाराणसी कैंटोनमेंट रेलवे स्टेशन को गोदौलिया से जोड़ा जा रहा है. पर्यटकों को कैंट स्टेशन से श्रीकाशी विश्वनाथधाम तक पहुंचना आसान हो जाएगा.