Independence Day 2022: आज देश का कोई भी नागरिक अपने राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ फेहरा सकता है इतना ही नहीं बल्कि मर्यादित तरिके से इसका इस्तेमाल कर सकता है लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि आज से कुछ साल पहले तक एसा नहीं था.. भारतीयों को अपने राष्ट्रीय ध्वज के इस्तेमाल के लिए एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी.. लड़ाई सु्प्रीम कोर्ट पहुंची और साल 2002 में कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाया. इस घटना के बाद फ्लैग कोर्ड ऑफ इंडिया यानी कि भारतीय ध्वज संहिता बनी और National Flag से जुड़े हुए कई तथ्य सामने आए. अब वो तथ्य क्या थें. किन शर्तों पर भारतीयों को झंडे का इस्तेमाल करने की छुट मिली, झंडा फहराने के क्या नियम बनाए गए और भारत के झंड़े की 90 सालों की यात्रा क्या रही जान क्वेरी के आज के इस अंक में इन्हीं बातों पर चर्चा होगी...