कानपुर के बिकरू गांव में हुए पुलिसकर्मियों के हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey) के साथी जय बाजपेयी की अवैध संपत्ति की जांच इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और प्रवर्तन निदेशालय कर सकते हैं. ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर जय बाजपेयी की संपत्ति की जांच करने की अनुमति मांगी है.


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यूपी गृह विभाग ने मुख्य आयकर आयुक्त को जांच के लिए पत्र लिखा है. यूपी गृह विभाग ने प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक से भी जांच का अनुरोध किया गया है. आयकर और ईडी को जांच रिपोर्ट यूपी सरकार को भी उपलब्ध कराने का भी निवेदन किया गया है. यूपी गृह विभाग ने कानपुर एसएसपी की रिपोर्ट पर सम्पत्तियों की जांच का अनुरोध किया है. 


इस पत्र में बताया गया है कि कानपुर नगर की रिपोर्ट में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 395, 412 और 120बी के तहत थाना चौबेपुर में अभियुक्त जय बाजपेयी के खिलाफ मामला दर्ज है. जय बाजपेयी द्वारा अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने की जांच के लिए एजेंसियों ने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है.


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इससे पहले कानपुर में पुलिस हत्याकांड के मामले में जय बाजपेयी और उसके साथी प्रशांत शुक्ला उर्फ डब्बू ने पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया था. जय बाजपेयी ने कानपुर एनकाउंटर से 2 दिन पहले प्रशांत शुक्ला के साथ बिकरू गांव जाकर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को 2 लाख रुपये कैश और 25 जिंदा कारतूस दिए थे.


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